जशपुर

चोरी के दस्तावेजों से फर्जी फाइनेंस, 10 बुलेट और एक स्कूटी बरामद..

जशपुर । पुलिस ने एक बड़े फर्जीवाड़े का पर्दाफाश करते हुए दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी उस गिरोह का हिस्सा थे जो चोरी के दस्तावेजों का इस्तेमाल कर फर्जी तरीके से गाड़ियां फाइनेंस करवाते थे और फिर उन्हें बेच देते थे। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी वज्जाद अली उर्फ सोनू खान और शोएब जाफर अंबिकापुर के रहने वाले हैं।

यह मामला तब सामने आया जब कोतबा निवासी 26 वर्षीय आशीष शर्मा को 12.08.2024 को कोरियर के माध्यम से एक आर.सी. बुक मिली। यह आरसी बुक एक बुलेट गाड़ी की थी, जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर CG 29 AG 1344 था और हिंदुजा लिलैंड फाइनेंस कंपनी से फाइनेंस कराया गया था। आशीष शर्मा ने बताया कि उन्होंने न तो कोई गाड़ी खरीदी थी और न ही कोई दस्तावेज दिया था। जांच में पता चला कि उनकी स्कूटी की डिक्की से कुछ दस्तावेज चोरी हो गए थे, जिनका इस्तेमाल कर ठगों ने यह धोखाधड़ी की थी।
शिकायत के आधार पर, पुलिस ने चौकी कोतबा में अपराध क्रमांक 124/24 धारा 420, 467, 468, 471, 379, 34 भा.द.वि. के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

पुलिस ने इस मामले में पहले भी मुख्य आरोपी शाहरुख खान (26, निवासी खोरमा, सूरजपुर) और वसीम खान (40, निवासी रसूलपुर, अंबिकापुर) को गिरफ्तार किया था। इनके साथ ही एक बुलेट शोरूम के मैनेजर मनीष डेविड (निवासी तलवापारा, बैकुंठपुर) को भी पकड़ा गया था। ये तीनों मिलकर लोगों के चोरी किए गए दस्तावेजों से जाली कागजात तैयार करते थे और उन्हीं के नाम पर वाहन फाइनेंस करवाते थे। फिर इन गाड़ियों को कम दाम पर बेच देते थे। पुलिस ने इनके पास से 10 बुलेट और एक स्कूटी भी बरामद की थी।

पूर्व में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के दौरान पुलिस को वज्जाद अली उर्फ सोनू खान (29, निवासी सदर रोड, अंबिकापुर) और शोएब जाफर (37, निवासी सदर रोड, अंबिकापुर) के बारे में जानकारी मिली। ये दोनों ठगी की गई मोटरसाइकिलों को खरीदने-बेचने में शामिल थे और लगातार फरार चल रहे थे।
पुलिस ने मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया और टेक्निकल टीम की मदद से इन दोनों आरोपियों को अंबिकापुर से हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया, जिसके बाद उन्हें विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
जशपुर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने बताया कि इस मामले में अब तक कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस कार्रवाई में चौकी प्रभारी कोतबा उप निरीक्षक बृजेश यादव, प्रधान आरक्षक अजय खेस, आरक्षक अभय चौबे, बूटा सिंह, अमित साय और दीपक टोप्पो की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

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