पिता के की डांट से नाराज हुई बेटी कंप्यूटर क्लास के बहाने फेसबुकिया आशिक के साथ भागी, मध्य प्रदेश मे पुलिस के हत्थे चढ़ी..
जशपुर: गुमशुदा मासूमों के लिए काल बनी पुलिस, 'ऑपरेशन मुस्कान' ने बिखेरी हंसी, पांच लड़कियों को पुलिस ने परिजनों को सौंपा..पा

पुलिस ने गुमशुदा बच्चों को ढूंढने के अपने अभियान ‘ऑपरेशन मुस्कान’ के तहत बड़ी सफलता हासिल की है। महज़ एक हफ्ते के भीतर पुलिस ने अलग-अलग थाना क्षेत्रों से पाँच गुमशुदा बच्चियों को ढूंढ निकाला और उन्हें सकुशल उनके परिजनों से मिला दिया। इस सराहनीय कार्य से न सिर्फ बच्चियों के परिवारों में खुशी की लहर दौड़ गई है, बल्कि पुलिस की संवेदनशीलता और तत्परता भी उजागर हुई है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर श्री शशि मोहन सिंह के कुशल नेतृत्व और मार्गदर्शन में ‘ऑपरेशन मुस्कान’ लगातार जारी है। इसी कड़ी में बगीचा, नारायणपुर, आस्ता और पत्थलगांव थाना क्षेत्रों से गुम हुई पाँच बच्चियों को पुलिस ने अथक प्रयासों के बाद ढूंढ निकालने में सफलता पाई है।
फेसबुकिया प्यार ले डूबा! युवती को मध्यप्रदेश से लाई जशपुर पुलिस!
बगीचा थाना क्षेत्र में 8 मई को एक व्यक्ति ने अपनी 25 वर्षीय बेटी के गुम होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। युवती 7 मई को कंप्यूटर क्लास के लिए कहकर निकली थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए गुमशुदगी का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। जांच में पता चला कि युवती का सतना (मध्यप्रदेश) निवासी अजय बहेलिया नाम का एक फेसबुक फ्रेंड है, जिससे वह इंस्टाग्राम पर चैट करती थी। वह उससे मिलने अंबिकापुर आया और उसे ट्रेन में अपने साथ सतना ले जा रहा था। पुलिस की टेक्निकल टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए युवती और युवक की लोकेशन बिजुरी (मनेद्रगढ़) में ट्रेस की। जशपुर पुलिस ने तत्काल आरपीएफ मनेद्रगढ़ और कोरिया जिला पुलिस से संपर्क कर उनकी मदद से दोनों को ट्रेन से उतारा। जशपुर पुलिस टीम बिजुरी पहुंचकर युवती को वापस लाई और उसे सकुशल उसके परिवार को सौंप दिया। पुलिस युवक अजय बहेलिया से आगे की पूछताछ कर रही है।
पिता से नाराज होकर सहेली के घर पहुंची नाबालिग, पुलिस ने बस स्टैंड से खोज निकाला!
आस्ता थाना क्षेत्र में 5 मई को एक व्यक्ति ने अपनी नाबालिग बेटी के गुम होने की सूचना दी थी। पुलिस ने गुमशुदगी और बीएनएस की धारा 137(2) के तहत मामला दर्ज कर बालिका की तलाश शुरू कर दी थी। 9 मई को परिजनों के सहयोग और टेक्निकल टीम की मदद से पुलिस को पता चला कि गुमशुदा बालिका जशपुर बस स्टैंड के पास है। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बालिका को सकुशल बरामद कर लिया। पूछताछ में बालिका ने बताया कि वह अपने पिता की किसी बात से नाराज होकर बिना बताए अपनी सहेली के पास चली गई थी। राहत की बात यह है कि बालिका के साथ कोई अप्रिय घटना नहीं हुई और उसे सकुशल उसके परिवार को सौंप दिया गया।
सोशल मीडिया के चक्कर में घर से भागीं दो किशोरियां, पुलिस ने फरसाबहार और आस्ता से किया बरामद!
नारायणपुर थाना क्षेत्र में दो अलग-अलग मामलों में 26 अप्रैल और 8 मई को दो नाबालिग लड़कियों (17 और 16 वर्ष) के गुम होने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। दोनों ही लड़कियां बिना किसी को बताए घर से चली गई थीं। परिजनों ने आशंका जताई थी कि किसी ने उन्हें बहला-फुसलाकर अगवा कर लिया है। पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। परिजनों के सहयोग, मुखबिर की सूचना और टेक्निकल टीम की मदद से पुलिस ने दोनों किशोरियों को क्रमशः फरसाबहार और आस्ता क्षेत्र से ढूंढ निकाला और उन्हें सकुशल उनके परिवारों को सौंप दिया। पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है।
रिश्तेदार के घर से लापता हुई युवती, गौरेला में मिली!
पत्थलगांव थाना क्षेत्र में 27 अप्रैल को 19 वर्षीय एक युवती के गुम होने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। युवती पत्थलगांव में अपने एक रिश्तेदार के यहां रहती थी और बिना किसी को बताए कहीं चली गई थी। पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी। तलाशी के दौरान पुलिस को पता चला कि युवती ग्राम छीता, थाना गौरेला में है। पुलिस ने तुरंत वहां पहुंचकर युवती को सकुशल बरामद किया और उसे उसके परिजनों को सौंप दिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर श्री शशि मोहन सिंह ने इस सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि जशपुर पुलिस महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने ‘ऑपरेशन मुस्कान’ के तहत एक हफ्ते में पाँच गुमशुदा बच्चियों को ढूंढकर उनके परिवारों को सौंपने को पुलिस टीम की बड़ी उपलब्धि बताया।
यह लगातार प्रयास और संवेदनशीलता जशपुर पुलिस को आम जनता के बीच और अधिक विश्वसनीय बनाती है। ‘ऑपरेशन मुस्कान’ सही मायने में कई परिवारों के लिए उम्मीद की किरण बनकर आया है।





