22 वें दिन भी जारी NHM कर्मचारियों की हड़ताल, जशपुर में 800 से अधिक कर्मचारियों ने दिया सामूहिक इस्तीफा


छत्तीसगढ़ में चल रही राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के कर्मचारियों की हड़ताल के 22वें दिन, जशपुर जिले में 800 से अधिक कर्मचारियों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। यह कदम सरकार की दमनकारी नीतियों और मांगों की अनदेखी के विरोध में उठाया गया है।
एनएचएम कर्मचारी अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर 18 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। उनकी मुख्य मांगों में संविलियन, जॉब सुरक्षा, और पब्लिक हेल्थ कैडर की स्थापना शामिल हैं। कर्मचारियों का कहना है कि सरकार ने विधानसभा चुनाव 2023 के घोषणा पत्र में किए गए वादों को पूरा नहीं किया।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमित मिरी ने बताया कि 160 से अधिक ज्ञापन देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। हाल ही में, 29 पदाधिकारियों को सेवा से बर्खास्त करने के सरकार के फैसले के बाद यह आंदोलन और भी तेज़ हो गया है। इसके विरोध में, जशपुर के कर्मचारियों ने काले कपड़े पहनकर ढोल-नगाड़ों के साथ रैली निकाली और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को अपना इस्तीफा सौंपा।
कर्मचारियों का कहना है कि वे सरकार की दमनकारी नीति से डरने वाले नहीं हैं और जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। इस हड़ताल से पोषण पुनर्वास केंद्र, टीकाकरण, टीबी-मलेरिया की जांच और प्रसव जैसी आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं, जिससे आम जनता को काफ़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सरकार और कर्मचारियों के बीच संवाद की कमी के कारण यह गतिरोध बना हुआ है। कर्मचारी संघ ने सरकार से तत्काल बातचीत के माध्यम से इस समस्या का हल निकालने की अपील की है।





