पुलिस ने एकीकृत बाल विकास परियोजना कार्यालय में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बांटने के लिए रखे गए मोबाइल चोरी का खुलासा किया, 19 वर्षीय आरोपी गिरफ्तार

पुलिस ने एकीकृत बाल विकास परियोजना कार्यालय में हुई चोरी का कुछ ही घंटों में खुलासा करते हुए एक 19 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने कार्यालय का ताला तोड़कर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए रखे 41 हजार रुपये के मोबाइल फोन चुरा लिए थे। पुलिस ने आरोपी के पास से सभी चोरी के मोबाइल फोन बरामद कर लिए हैं।
यह घटना 1 सितंबर 2025 की शाम की है, जब जशपुर जिले के आस्ता परियोजना अधिकारी अंदरमाला बखला ने कार्यालय बंद किया। 2 सितंबर की सुबह जब भृत्य शैलेंद्र मिंज कार्यालय खोलने पहुंचा, तो उसने देखा कि ताला टूटा हुआ है और अंदर सभी अलमारियां खुली पड़ी हैं। जांच करने पर पता चला कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दिए जाने वाले सैमसंग कंपनी के चार मोबाइल फोन चोरी हो गए हैं, जिनकी कुल कीमत 41,966 रुपये थी।
अंदरमाला बखला की शिकायत पर आस्ता पुलिस थाने में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 331(4) और 305(e) के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की और घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले। एक किराने की दुकान के फुटेज में एक संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दिया।
फुटेज के आधार पर पुलिस ने पूछताछ की, जिसमें संदिग्ध की पहचान सुब्रत सोनवानी उर्फ पप्पू (19 वर्ष) निवासी कुम्हारपारा, कुसमी, जिला बलरामपुर के रूप में हुई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के निर्देश पर पुलिस की एक टीम तुरंत कुसमी रवाना हुई। पुलिस ने सुब्रत को कुसमी के बाबा चौक पर पकड़ा। तलाशी लेने पर उसके पास से चारों चोरी के मोबाइल फोन बरामद हुए, जिन्हें वह बेचने की फिराक में था।
पूछताछ के दौरान सुब्रत ने अपना अपराध कबूल कर लिया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया। इस कार्यवाही में सहायक उप निरीक्षक दीपक बड़ा, प्रधान आरक्षक संदीप एक्का, आरक्षक सुरेश गौड़ और अनिल भगत की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने बताया कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए न केवल चोरी का खुलासा किया, बल्कि आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है।





