अम्बिकापुर

अंबिकापुर: इंस्टाग्राम पर लाइव सुसाइड पोस्ट के बाद मचा हड़कंप, इंदौर साइबर सेल की सूचना पर सरगुजा पुलिस अधीक्षक और पार्षद ने बचाई युवक की जान; दोस्त को दिए ₹2 लाख न मिलने से डिप्रेशन में था

अंबिकापुर: सरगुजा पुलिस की त्वरित और मानवीय कार्रवाई ने एक बार फिर एक अनमोल जान बचाई है। अंबिकापुर के एक युवक ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर लाइव आकर आत्महत्या करने की धमकी भरा पोस्ट डाला था, जिसके बाद इंदौर साइबर सेल से मिली तत्काल सूचना पर सरगुजा पुलिस और अंबिकापुर नगर निगम के वार्ड पार्षद ने सक्रियता दिखाते हुए युवक को यह घातक कदम उठाने से रोक दिया। युवक अपने दोस्त को दिए गए ₹2 लाख वापस न मिलने से गहरे डिप्रेशन में था।

इंदौर साइबर सेल से मिली इमरजेंसी अलर्ट:

यह घटना 03 जून 2025 को तब सामने आई जब राज्य साइबर सेल जोन इंदौर को दोपहर 04:10 बजे मेटा (इंस्टाग्राम की मूल कंपनी) से “सुसाइड अलर्ट” की जानकारी प्राप्त हुई। अलर्ट के विश्लेषण से पता चला कि एक इंस्टाग्राम उपयोगकर्ता ने अपने अकाउंट पर स्पष्ट रूप से लिखा था कि वह “आज 7 बजे इंस्टाग्राम पर लाइव आ कर फांसी लगाने एवं उसके जिम्मेदारों के बारे में लिखकर” अपनी जान लेगा। इंदौर की टेक्निकल सेल टीम के सहायक उप निरीक्षक राम बाजपेयी और आरक्षक राकेश बामनिया ने बिना किसी देरी के सरगुजा जिले की साइबर सेल के प्रधान आरक्षक भोजराज पासवान से यह महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।

वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर त्वरित कार्रवाई:

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सरगुजा, श्री राजेश कुमार अग्रवाल (भा.पु.से.) के दिशा-निर्देशन में सरगुजा पुलिस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्राप्त होने वाली इमरजेंसी अलर्ट सूचनाओं पर त्वरित कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी तारतम्य में, मामले की गंभीरता को देखते हुए नगर पुलिस अधीक्षक अंबिकापुर, श्री रोहित शाह (भा.पु.से.) ने तत्काल संज्ञान लिया। उन्होंने तुरंत इंस्टाग्राम पोस्ट करने वाले युवक और उसके परिजनों की जानकारी जुटानी शुरू की।

पार्षद के सहयोग से घर तक पहुंची पुलिस टीम:

युवक के निवास का पता लगाने के लिए, पुलिस टीम ने स्थानीय पार्षद कलीम से संपर्क किया और उनका सहयोग लिया। पार्षद कलीम के मार्गदर्शन से, पुलिस टीम तत्काल युवक के घर तक पहुंचने में सफल रही। पुलिस दल ने युवक के माता-पिता की उपस्थिति में उसे समझाया-बुझाया और फांसी लगाने जा रहे युवक की जान बचाई।

₹2 लाख के उधार से पनपा डिप्रेशन:

पुलिस टीम द्वारा युवक से आत्महत्या जैसा गंभीर कदम उठाने का कारण पूछने पर उसने बताया कि उसने अपने एक दोस्त को ₹2 लाख उधार दिए थे। हालांकि, उसका दोस्त बार-बार कहने पर भी पैसे नहीं लौटा रहा था और लगातार आनाकानी कर रहा था। आज जब उसने दोबारा पैसे मांगे, तो दोस्त ने साफ मना कर दिया, जिससे वह अत्यधिक परेशान और डिप्रेशन में आ गया और उसने आत्महत्या करने जैसा कदम उठाने का फैसला कर लिया था।

पुलिस ने की काउंसलिंग, उचित कार्रवाई का आश्वासन:

पुलिस टीम ने युवक की गहन काउंसलिंग की और उसे समझाया कि इस तरह का कदम उठाना किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। उसे भविष्य में ऐसा कोई कदम न उठाने की समझाइश दी गई और धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराने के लिए कहा गया। पुलिस ने युवक को आश्वस्त किया कि उसकी शिकायत पर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

मानसिक स्वास्थ्य के लिए हेल्पलाइन:

सरगुजा पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि यदि आप या आपका कोई जानने वाला मानसिक तनाव से जूझ रहा है या आत्महत्या जैसे विचार आ रहे हैं, तो कृपया मदद लें। आत्महत्या की रोकथाम और मानसिक स्वास्थ्य सहायता के लिए आरोग्य सेवा स्वास्थ्य विभाग के हेल्पलाइन नंबर 104 पर संपर्क करें। यह सेवा 24 घंटे उपलब्ध है और पूरी तरह गोपनीय है।

अभियान में शामिल टीम:

इस सराहनीय और जीवन बचाने वाली कार्रवाई में टेक्निकल सेल टीम इंदौर से उनि आशीष जैन, सउनि राम बाजपेयी एवं आरक्षक राकेश बामनिया, तथा साइबर सेल अंबिकापुर से सहायक उप निरीक्षक अजीत मिश्रा, प्रधान आरक्षक भोजराज पासवान, प्रधान आरक्षक सुधीर सिंह, आरक्षक अमन पुरी और विकास मिश्रा की उल्लेखनीय भूमिका रही।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button