छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर सुरक्षाबलों का ऐतिहासिक प्रहार: ‘ऑपरेशन संकल्प’ में 22 से अधिक नक्सली ढेर, शीर्ष नेतृत्व पर शिकंजा…

छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमा पर स्थित नक्सलियों के आखिरी गढ़ माने जाने वाले कर्रेगुट्टा पहाड़ी पर सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। पिछले 15 दिनों से चल रहे एंटी-नक्सल ऑपरेशन ‘ऑपरेशन संकल्प’ के तहत आज सुबह से जारी मुठभेड़ में जवानों ने 20 से 22 नक्सलियों को मार गिराया है। खबर लिखे जाने तक 18 नक्सलियों के शव बरामद कर लिए गए हैं और मारे गए नक्सलियों की संख्या बढ़ने की संभावना है, क्योंकि इलाके में अभी भी सघन तलाशी अभियान जारी है।
इस महत्वपूर्ण ऑपरेशन पर दिल्ली से सीआरपीएफ के महानिदेशक (डीजी) ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह, छत्तीसगढ़ के एडीजी नक्सल ऑपरेशन विवेकानंद सिन्हा, सीआरपीएफ आईजी राकेश अग्रवाल और बस्तर आईजी पी. सुंदरराज लगातार नजर बनाए हुए हैं। अधिकारियों का मानना है कि शाम तक जवान इस ऑपरेशन में ऐतिहासिक सफलता हासिल कर सकते हैं। इस ऑपरेशन में छत्तीसगढ़ पुलिस की डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड), कोबरा बटालियन, सीआरपीएफ, एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) और बस्तर फाइटर के बहादुर जवान संयुक्त रूप से नक्सलियों को घेरे हुए हैं।
यह बड़ी सफलता ऐसे समय में सामने आई है जब आज ही भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को तबाह किया है, जिससे सुरक्षाबलों का मनोबल और भी ऊंचा है।
‘ऑपरेशन संकल्प’ के बारे में जानकारी देते हुए एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अभियान के तहत आज सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई, जिसमें 15 से ज्यादा नक्सलियों को मौके पर ही ढेर कर दिया गया। खुफिया जानकारी के मुताबिक, एक हजार से ज्यादा नक्सली सुरक्षा जवानों से घिरे हुए हैं।
नक्सलियों के बड़े लीडर्स राशन-पानी लेकर कर्रेगुट्टा में छुपे:
विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, छत्तीसगढ़ के बीजापुर में तेलंगाना की सीमा पर स्थित कर्रेगुट्टा पहाड़ नक्सलियों के शीर्ष लीडर्स का ठिकाना बना हुआ है। यहां उनके राशन-पानी और अन्य जरूरी सामान की व्यवस्था होने की खबर है। इसी महत्वपूर्ण सूचना के बाद सुरक्षाबलों ने इस इलाके को घेरकर ‘ऑपरेशन संकल्प’ लॉन्च किया।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में कर्रेगुट्टा की पहाड़ियां नक्सलियों का आखिरी मजबूत गढ़ मानी जाती हैं। इस इलाके में बड़ी संख्या में नक्सलियों के जमा होने की सूचना के बाद सुरक्षाबलों ने चौतरफा घेराबंदी की है। पूरे ऑपरेशन की निगरानी ड्रोन और एमआई 17 हेलीकॉप्टर के जरिए की जा रही है। इस ऑपरेशन की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दिल्ली स्थित सीआरपीएफ मुख्यालय से डीजी स्वयं स्थिति पर नजर रख रहे हैं, वहीं केंद्रीय गृह मंत्रालय भी पल-पल की जानकारी ले रहा है।
इस ऑपरेशन में इससे पहले भी सुरक्षाबलों को सफलता मिली थी, जिसमें 4 महिला नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया गया था। हालांकि, इस दौरान दो जवान भी घायल हुए हैं, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है।
‘ऑपरेशन संकल्प’ नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की एक बड़ी और निर्णायक कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है और उम्मीद है कि इससे क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों पर लगाम लगाने में महत्वपूर्ण सफलता मिलेगी। सुरक्षाबलों का यह संयुक्त प्रयास निश्चित रूप से नक्सलियों के नेटवर्क को कमजोर करने में कारगर साबित होगा।

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