राष्ट्रीय

ऑपरेशन सिंदूर के बाद नियंत्रण रेखा पर भीषण गोलाबारी: 11 भारतीय नागरिकों की मौत 100 से अधिक घायल, सीमावर्ती इलाकों से लोगों का पलायन जारी

नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तान की ओर से पिछले 12 दिनों से जारी भीषण गोलाबारी जारी है ऑपरेशन सिंदूर के बाद से पाकिस्तान ने पलटवार करते हुए सीमावर्ती इलाकों में मोर्टार और तोप जैसे हथियारों से भारी हमला बोल दिया. ताजा खबरों के अनुसार, इस गोलाबारी में 11 भारतीय नागरिकों के मारे जाने की आशंका है, जबकि 100 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। हालात इतने खराब हैं कि सैकड़ों ग्रामीणों को अपना घर-बार छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करना पड़ा है, वहीं हजारों अन्य बंकरों में जान बचाने के लिए दुबके हुए हैं।
रक्षा अधिकारियों के मुताबिक, यह गोलाबारी पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा पाकिस्तान के अंदर किए गए लक्षित हवाई हमलों के बाद शुरू हुई। हालांकि, पाकिस्तान की सेना लगातार नागरिक ठिकानों को निशाना बना रही है, जिसके कारण आम नागरिकों को भारी जान-माल का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
आज सुबह पुंछ और मेंढर सेक्टरों में हुई भारी गोलाबारी में 7 लोगों की मौत और 38 के घायल होने की पुष्टि हुई है। इसके अतिरिक्त, उड़ी के सलामाबाद और कलगे इलाकों में दस नागरिक घायल हुए, जबकि राजौरी में तीन अन्य घायल बताए जा रहे हैं। बाद में घायलों में से चार ने दम तोड़ दिया, जिससे मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
यह घटनाक्रम इसलिए भी चिंताजनक है क्योंकि फरवरी 2021 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष विराम समझौते के बाद LoC पर नागरिकों की यह पहली बड़ी क्षति है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद बौखलाई पाकिस्तानी सेना ने सीमावर्ती गांवों को मोर्टार और तोपों से निशाना बनाना शुरू कर दिया है। भारतीय सेना भी जवाबी कार्रवाई कर रही है, जिसमें दूसरी तरफ भी भारी नुकसान की खबरें हैं।
इस बीच, रात से ही भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों को LoC के ऊपर उड़ान भरते देखा गया है, जिससे सीमावर्ती क्षेत्रों में दहशत का माहौल है। सेना सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तानी सेना ने आज सुबह भी राजौरी और पुंछ सेक्टरों के कई गांवों पर बिना किसी उकसावे के गोलाबारी शुरू कर दी, जिसमें तोपखानों का इस्तेमाल किया गया।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB) से सटे गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। पाकिस्तानी बमबारी के बाद जम्मू संभाग के राजौरी और पुंछ जिलों में युद्ध जैसे हालात बने हुए हैं। दोनों देशों के शीर्ष सैन्य अधिकारी सोमवार से राजौरी में डेरा डाले हुए हैं और स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं।
सीमावर्ती जिलों में लगातार हो रही गोलाबारी के कारण पांच किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। बुधवार को भी पाकिस्तान ने बारामुल्ला, राजौरी और पुंछ जिलों में गोलाबारी की थी, जिसमें मनकोट, बालाकोट, कृष्णा घाटी, मेंढर कलाल, लाम, झंगड़, पुखर्नी, शेर मकड़ी, मिनका और दादल सेक्टर मुख्य रूप से निशाने पर रहे।
जम्मू में सेना के प्रवक्ता ने पाकिस्तानी गोलाबारी की पुष्टि करते हुए कहा कि भारतीय सेना इसका मुंहतोड़ जवाब दे रही है। हालांकि, नागरिकों की लगातार हो रही मौतें और पलायन एक गंभीर मानवीय संकट की ओर इशारा कर रहे हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button