कोरबा

एक क्लिक में पता चल जायेगा सड़क दुर्घटनाओं का कारण, आईरेड मोबाइल एप पर होगा विश्लेषण, सड़क दुर्घटना रोकने कार्ययोजना बनाने में मिलेगी मदद

विनोद शुक्ला हिंद शिखर न्यूज कोरबा। जिले में घटित सभी सड़क दुर्घटना की सम्पूर्ण जानकारी थाने के विवेचना अधिकारी आइ-रेड (एन्टीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट्स डेटा बेस ) नामक मोबाइल एप पर एंट्री करेंगे। जैसे जैसे डाटा एंट्री होते जाएगी इस एप पर उनका विश्लेषण भी डिसप्ले होता जाएगा। इससे थाना में बैठे-बैठे ही थाना प्रभारी अपने क्षेत्र में हुए सड़क हादसों के कारणों को समझ सकेगा और उसे रोकने के लिए कार्य योजना बना सकेगा।
मालूम हो कि माह अगस्त से इस एप पर लाइव एंट्री शुरू हो गई। एप में जानकारी एंट्री करने में दिक्कतें न आए इसके लिये बुधवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में थानों के विवेचकों को इसके संबंध में प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम में वर्चुवल माध्यम से पुलिस मुख्यालय रायपुर से सहायक पुलिस महानिरीक्षक (यातायात) श्री संजय शर्मा और रायपुर एनआईसी से सारांश भी जुड़े। उन्होंने बताया कि यह एप एनआईसी चेन्नई और आईआईटी मद्रास के मार्गदर्शन में काम कर रही है। इसमें देश भर में घटित सड़क दुर्घटनाओं का डेटा फीड किया जा रहा है। इस एप में उन डेटा का विश्लेषण होगा जिसके आधार पर हम सड़क दुर्घटनाओं को रोकने कार्ययोजना बना सकेंगे। कार्यक्रम में आज थाना लेमरू, श्यांग, करतला, पसान, बांगो, पाली, कटघोरा, चौकी हरदीबाजार, सर्वमंगला के विवेचकों को प्रशिक्षण दिया गया। कोरबा
एनआईसी से अभिषेक गेंदले ने विवेचकों के समस्या का समाधान किया।
17 अगस्त तक 33 सड़क हादसे:
जिले में आइ-रेड एप क्रियान्वयन के पुलिस अधीक्षक श्री भोजराम पटेल के पर्यवेक्षण में उप पुलिस अधीक्षक शिव चरण सिंह परिहार को नोडल अधिकारी व ट्रैफिक सूबेदार भुनेश्वर कश्यप को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया है। सूबेदार कश्यप ने बताया कि 17 अगस्त तक जिले 34 सड़क दुर्घटना है, जिनमें 30 दुर्घटना की एंट्री कर ली गई है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button