सरकारी स्कूल बना ‘नशेड़ियों का अड्डा’: बाउंड्री-गेट तोड़कर रातभर तांडव, फर्नीचर, हैंडपंप और किताबें तहस-नहस..

चंद्रिका कुशवाहा सूरजपुर। जिले के भैयाथान विकासखंड अंतर्गत बरौधी उरांवपारा में संचालित शासकीय प्राथमिक विद्यालय में नशे में धुत्त युवकों द्वारा की गई तोड़फोड़ की घटना ने शिक्षा व्यवस्था और ग्रामीण क्षेत्रों में फैलते नशे के खतरे को उजागर कर दिया है। बीती रात कुछ नशेड़ियों ने स्कूल की बाउंड्री और गेट तोड़कर परिसर में घुसकर जमकर उत्पात मचाया। सुबह शिक्षकों के पहुँचने पर किताबें, फर्नीचर, टाटफट्टी, आईना और यहां तक कि हैंडपंप तक टूटा हुआ मिला।
गांववालों के अनुसार, यह कृत्य उन युवकों ने किया जो लंबे समय से सिरफ़ और इंजेक्शन जैसे खतरनाक नशीले पदार्थों का सेवन कर रहे हैं। घटना के बाद क्षेत्र में भय और आक्रोश का माहौल है।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक आरोपी नशेड़ी को गिरफ्तार किया है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि इस घटना में और कौन-कौन शामिल थे तथा नशे की ये सामग्री आखिर गांव तक पहुँच कैसे रही है।
गांव में महुआ शराब, सिरप और इंजेक्शन का खुलेआम दुरुपयोग हो रहा है और कुछ नाबालिग भी इसकी चपेट में हैं। अवैध शराब निर्माण और बिक्री पर भी अब तक कोई कठोर कार्रवाई नहीं हुई है।
गांववासियों ने प्रशासन से मांग की है कि केवल गिरफ्तारी तक सीमित न रहकर पूरे नशे के नेटवर्क की जड़ तक पहुँचा जाए। साथ ही, बच्चों के स्कूल में हुई क्षति की भरपाई और भविष्य में सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा—यह बड़ा सवाल बनकर खड़ा है।



