नवरात्रि में भारत की ‘विजय तिलक’: पाकिस्तान को हराकर नौवीं बार एशिया कप चैंपियन, पीएम मोदी ने लिखा खेल के मैदान मे ऑपरेशन सिंदूर, परिणाम वही जीता भारत, हमारे क्रिकेटरों को बधाई।”

एशिया कप के 41 सालों के इतिहास में पहली बार हुए भारत बनाम पाकिस्तान के रोमांचक फाइनल मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर नौवीं बार एशिया कप का खिताब अपनी झोली में डाल लिया है। यह जीत ऐसे समय आई है जब देश भर में नवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है, जिसने इस ‘विजय तिलक’ के जश्न को और भी खास बना दिया है।
रविवार को हुए इस खिताबी भिड़ंत में, भारत ने 147 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए, 2 गेंदें शेष रहते 5 विकेट से जीत हासिल की। भारत की इस ऐतिहासिक जीत के हीरो युवा बल्लेबाज तिलक वर्मा रहे, जिन्होंने मुश्किल परिस्थितियों में 53 गेंदों पर 3 चौकों और 4 छक्कों की मदद से नाबाद 69 रन की ज़बरदस्त पारी खेलकर टीम को जीत दिलाई। उनके साथ, शिवम दुबे ने भी 22 गेंदों पर 33 रनों का महत्वपूर्ण योगदान दिया। संजू सैमसन ने 24 रन बना तिलक वर्मा का अच्छा साथ दिया। विनिंग शॉट रिंकू सिंह के बल्ले से चौके के रूप में निकला, जिन्होंने एशिया कप में अपनी खेली एकमात्र गेंद पर यह यादगार स्ट्रोक जड़ा।
गेंदबाजी में, कुलदीप यादव स्पिन की जिम्मेदारी संभाली, जबकि पेस अटैक की अगुआई जसप्रीत बुमराह ने की। इस टूर्नामेंट में टीम इंडिया ने लगातार छह मैच जीतकर फाइनल तक का सफर तय किया था।
फ्लॉप रहा भारत का टॉप ऑर्डर
भारतीय पारी की बात करें तो अभिषेक शर्मा और शुभमन गिल क्रीज पर ओपनिंग के लिए उतरे. दोनों के सामने आसान सा लक्ष्य था. लेकिन पूरे टूर्नामेंट में बल्ले से धमाका करने वाले अभिषेक इस बार धीमी गेंद पर फ्लॉप हो गए और फहीम अशरफ ने उन्हें 5 रन पर हारिस रऊफ के हाथों कैच करवा दिया.
सूर्य- गिल भी रहे फ्लॉप
सूर्यकुमार यादव के लिए पूरा टूर्नामेंट अब तक फ्लॉप रहा था. ऐसे में फाइनल में भी वो कुछ नहीं कर पाए और अफरीदी की गेंद पर 1 रन बाकर कैच आउट हो गए. शुभमन गिल ने भी दबाव के आगे घुटने टेक दिए और फहीम अशरफ ने उन्हें भी धीमी गेंद पर आउट कर दिया.
तिलक- सैमसन ने पारी संभाली
तिलक वर्मा और संजू सैमसन अब क्रीज पर आए. तिलक ने धीरे धीरे पारी संभालने की कोशिश की. वहीं संजू ने 24 रन बना उनका साथ दिया. संजू हालांकि बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में 24 रन बनाकर अबरार अहमद की गेंद पर कैच आउट हो गए. हालांकि तिलक डटे रहे और फिफ्टी पूरी की. अब तिलक का साथ देने शिवम दुबे आए. दुबे ने 20 रनों का आंकड़ा पार कियाय अब टीम को जीत के लिए 15 गेंदों पर 26 रन बनाने थे. लेकिन तभी हारिस रऊफ की गेंद पर शिवम दुबे ने छक्का ठोक दिया. अब टीम को आखिरी दो ओवरों में 12 गेंदों पर 17 रन बनाने थे.
12 गेंदें और 17 रन
फहीम अशरफ के ओवर में शिवम दुबे ने एक चौका ठोका लेकिन अंतिम गेंद पर बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में आउट हो गए. भारत को 6 गेंदों पर जीत के लिए 10 रन बनाने थे. क्रीज पर रिंकू सिंह आए. लेकिन स्ट्राइक पर तिलक वर्मा थे. तिलक ने हारिश रऊफ की गेंद पर छक्का ठोका और फिर अंत में रिंकू ने चौका ठोक टीम इंडिया को एशिया कप का चैंपियन बना दिया.
कुलदीप की फिरकी में नाचे बैटर्स
कुलदीप यादव की अगुआई में स्पिन तिकड़ी के शानदार प्रदर्शन की मदद से भारत ने पाकिस्तान को 19 . 1 ओवर में 146 रन पर आउट कर दिया. हार्दिक पंड्या के बगैर उतरी भारतीय टीम ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया लेकिन पाकिस्तान ने काफी आक्रामक शुरूआत की. सलामी बल्लेबाज साहिबजादा फरहान (38 गेंद में 57 रन) और फखर जमां (35 गेंद में 46 रन ) ने दसवें ओवर तक 84 रन की साझेदारी कर ली थी. आखिरी दस ओवर में हालांकि भारतीय स्पिनरों ने उन्हें पूरी तरह दबाव में ला दिया. कुलदीप ने चार ओवर में 30 रन देकर चार विकेट लिए जबकि अक्षर पटेल ने चार ओवर में 26 और वरूण चक्रवर्ती ने 30 रन देकर दो दो विकेट चटकाए.
33 रन के भीतर गंवाए 9 विकेट
एक समय पर पाकिस्तान का स्कोर एक विकेट पर 113 रन था जब फखर और साइम अयूब क्रीज पर थे. इसके बाद पाकिस्तानी पारी ताश के पत्तों की तरह ढह गई. भारत ने आखिरी नौ विकेट 33 रन के भीतर चटका दिए. जसप्रीत बुमराह ने 3 . 1 ओवर में 25 रन देकर दो विकेट लिए. बुमराह ने बीसवें ओवर की पहली गेंद पर हारिस रऊफ को बोल्ड करने के बाद विमान गिरने के जैसा इशारा करते हुए उन्हें विदाई दी. पिछले मैच में रऊफ ने भारतीय फैंस की ओर भड़काऊ इशारे किए थे. भारतीय स्पिनरों ने आखिरी दस ओवरों में मैच की तस्वीर पलट दी. सभी ने धीमी गेंदबाजी करते हुए बाहर की तरफ गेंदें डाली.
सिर्फ चला फरहान का बल्ला
पाकिस्तान ने शुरूआत बहुत अच्छी की थी और दोनों सलामी बल्लेबाजों ने ढीली गेंदों को नसीहतें दी. भारत को पावरप्ले में हार्दिक की कमी खली. फरहान ने पिछले दो मैचों की ही तरह बुमराह को बखूबी खेला. शिवम दुबे को भी पहले दो ओवरों में चौके लगे. पाकिस्तान ने पावरप्ले का पूरा इस्तेमाल करके 45 रन बनाये और एक भी विकेट नहीं गंवाई. फरहान ने वरूण , कुलदीप और अक्षर को एक एक छक्का जड़ा जबकि फखर ने कुलदीप को स्लॉग स्वीप पर छक्का लगाया. फखर ने 50 रन 35 गेंद में पूरे किये लेकिन जश्न नहीं मनाया. ब्रेक के बाद वरूण ने फरहान को डीप मिड विकेट पर तिलक वर्मा के हाथों लपकवाया. सईम और फखर स्कोर को 113 रन तक ले गए जिसके बाद कोई बल्लेबाज योगदान नहीं दे सका.
पीएम मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से दी बधाई
भारत की इस शानदार जीत पर देश भर में जश्न का माहौल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जीत पर टीम इंडिया को बधाई देते हुए ‘एक्स’ पर एक बड़ा पोस्ट किया। उन्होंने इस जीत को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नाम दिया।
प्रधानमंत्री ने अपने पोस्ट में लिखा, “खेल के मैदान पर ऑपरेशन सिंदूर। परिणाम वही जीता भारत, हमारे क्रिकेटरों को बधाई।”
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी टीम को बधाई दी और लिखा, “विजय तिलक, आज भारतीय क्रिकेट टीम ने सिर्फ एशिया कप फाइनल नहीं बल्कि हर भारतीय का दिल जीत लिया। तिलक वर्मा और कुलदीप यादव के जबरदस्त प्रदर्शन ने इस विजय को ऐतिहासिक बना दिया।”
टॉस से पहले कप्तानों के इंटरव्यू पर विवाद
फाइनल मुकाबले से पहले, भारत और पाकिस्तान के बीच टॉस के समय भी तनाव देखने को मिला। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में पहली बार दो पूर्व खिलाड़ियों – भारत के रवि शास्त्री और पाकिस्तान के वकार यूनुस – ने कप्तानों के इंटरव्यू लिए। दरअसल, पाकिस्तानी टीम भारतीय प्रजेंटर रवि शास्त्री से बात नहीं करना चाहती थी, जिसके बाद यह बीच का रास्ता निकाला गया कि पाकिस्तान के कप्तान सलमान अली आगा वकार यूनुस से और सूर्यकुमार यादव रवि शास्त्री से बात करेंगे। बीसीसीआई सूत्रों के अनुसार, सलमान ने ट्रॉफी के साथ फोटो शूट भी अकेले किया, क्योंकि उन्हें टॉस फोटो शूट के बारे में नहीं बताया गया था।
भारतीय टीम में बड़े बदलाव
फाइनल से पहले भारत को बड़ा झटका लगा जब हार्दिक पंड्या निगल इंजरी के चलते बाहर हो गए। उनकी जगह रिंकू सिंह को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया। पिछले मैच के हीरो रहे अर्शदीप सिंह और हर्षित राणा की जगह जसप्रीत बुमराह और शिवम दुबे को अंतिम एकादश में मौका मिला। भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था।
भारत ने इस जीत के साथ एशिया कप में अपनी बादशाहत कायम रखी है और नौवीं बार यह प्रतिष्ठित ट्रॉफी जीती है।





