जशपुर

ऑपरेशन अंकुश: रायपुर से पकड़ा गया 40 लाख की साइबर ठगी का आरोपी, व्यवसायी महिला बनी थी शिकार

जशपुर/पत्थलगांव: जशपुर पुलिस ने ऑपरेशन अंकुश के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए एक व्यवसायी महिला के साथ 40 लाख रुपये की ठगी करने वाले आरोपी फिरोज खान को रायपुर से गिरफ्तार कर लिया है। फिरोज, जो घटना के बाद से फरार था, उसे पुलिस ने धर दबोचा और जेल भेज दिया है। यह मामला पत्थलगांव थाना क्षेत्र का है, जहाँ आरोपी ने एक महिला व्यवसायी को झांसे में लेकर उसके बैंक खाते से लिंक मोबाइल सिम कार्ड ले लिया था और उसके खाते का दुरुपयोग कर लाखों रुपये का लेन-देन किया था।

क्या है पूरा मामला?

पुलिस के मुताबिक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के निर्देश पर जशपुर पुलिस लगातार साइबर ठगी पर लगाम लगाने के लिए म्यूल अकाउंट (साइबर ठगी के लिए किराए पर दिए गए बैंक खाते) की पहचान कर उन पर कार्रवाई कर रही है। इसी क्रम में, जशपुर पुलिस की साइबर सेल ने आईडीएफसी बैंक की पत्थलगांव शाखा में एक म्यूल अकाउंट (खाता क्रमांक 10170772636) की पहचान की। इस खाते से देश के अलग-अलग हिस्सों में ठगी की अवैध रकम का लेन-देन किया गया था। जांच के लिए यह मामला पत्थलगांव पुलिस को सौंपा गया, जिसके बाद पुलिस ने बी.एन.एस. की धारा 317(2)(4), 318(4), 61(2)(a) के तहत मामला दर्ज किया।
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि यह खाता रायगढ़ जिले के ग्राम कापू की व्यवसायी यशोदा कुर्रे का है, जो कुर्रे कंप्यूटर्स नाम से फोटोकॉपी और स्टेशनरी की दुकान चलाती हैं। पुलिस की पूछताछ में यशोदा ने बताया कि दिसंबर 2024 में कोरबा के रामपुर निवासी फिरोज खान, जिसने खुद को मानवाधिकार कार्यकर्ता बताया था, से उसकी जान पहचान हुई थी। फिरोज ने यशोदा को बताया कि उसके खाते में बहुत ज्यादा लेन-देन होने की वजह से वह होल्ड हो गया है और उसे पैसे मंगवाने के लिए एक खाता चाहिए। झांसे में आकर यशोदा ने उसे अपना खाता नंबर और उससे लिंक मोबाइल सिम कार्ड दे दिया।
जब यशोदा ने अपना सिम वापस माँगा तो फिरोज ने उसे बताया कि सिम गुम हो गया है। इसके बाद यशोदा ने नया सिम निकलवाकर जब बैंक में अपने खाते की जाँच कराई तो पता चला कि फिरोज ने उसके खाते से 2 लाख 91 हजार 500 रुपये निकाल लिए हैं। पुलिस की जाँच में यह भी सामने आया कि फिरोज ने इस खाते के माध्यम से करीब 40 लाख रुपये का अवैध लेन-देन किया था, जिसमें न सिर्फ यशोदा के पैसे थे, बल्कि देश के अलग-अलग लोगों से ठगी गई लाखों रुपये की रकम भी शामिल थी।

कैसे पकड़ा गया आरोपी?

मामले के सामने आने के बाद से ही फिरोज खान फरार चल रहा था। पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी और उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही थी। पुलिस ने अपने मुखबिर तंत्र और टेक्निकल टीम की मदद से आरोपी की तलाश जारी रखी।
इसी दौरान, पुलिस को टेक्निकल टीम और मुखबिरों से सूचना मिली कि फरार आरोपी फिरोज खान रायपुर में छिपा हुआ है। सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के निर्देश पर एक टीम तुरंत रायपुर रवाना हुई और आरोपी को हिरासत में लेकर जशपुर वापस ले आई। पुलिस की पूछताछ में फिरोज ने अपना जुर्म कबूल कर लिया, जिसके बाद उसे विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी पत्थलगांव, निरीक्षक विनीत कुमार पांडे, प्रधान आरक्षक मिथलेश यादव, आरक्षक कमलेश्वर वर्मा और तुलसी रात्रे की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

साइबर ठगी पर जारी रहेगी पुलिस की कार्रवाई

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने बताया कि जशपुर पुलिस साइबर अपराधियों पर लगातार कार्रवाई कर रही है। रायपुर से पकड़ा गया आरोपी फिरोज खान म्यूल अकाउंट और साइबर ठगी का एक अहम हिस्सा था। पूछताछ में कुछ और नामों का भी खुलासा हुआ है और पुलिस की विवेचना जारी है। उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले दिनों में इस मामले से जुड़े और लोगों को भी गिरफ्तार किया जाएगा। यह कार्रवाई जशपुर पुलिस के साइबर अपराध के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन अंकुश का एक हिस्सा है, जिसका उद्देश्य म्यूल अकाउंट धारकों और साइबर अपराधियों को पकड़ना है।

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