कूटरचित दस्तावेज मामले में नायब तहसीलदार की शिकायत पर तत्कालीन पटवारी समेत 3 गिरफ्तार

बलरामपुर: कुसमी पुलिस ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर सरकारी रिकॉर्ड में हेरफेर करने के आरोप में तत्कालीन पटवारी बिहारी कुजूर सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई कुसमी नायब तहसीलदार पारस शर्मा की शिकायत पर की गई, जिन्होंने संगठित आपराधिक साजिश का खुलासा किया था।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में श्रीमती सरस्वती गुप्ता पति स्वर्गीय मोतीलाल गुप्ता (निवासी कुसमी), बिहारी कुजूर (तत्कालीन पटवारी, तहसील कार्यालय कुसमी), और अम्बिकेश गुप्ता पिता स्वर्गीय मोतीलाल साव (निवासी कुसमी) शामिल हैं।
मामले का संक्षिप्त विवरण:
नायब तहसीलदार पारस शर्मा ने कुसमी थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी कि अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय कुसमी के ज्ञापन क्रमांक/4050/वाचक/अ.वि.अ./2025 दिनांक 17.07.2025 के माध्यम से एक आपराधिक षड्यंत्र का खुलासा हुआ है। इस षड्यंत्र में सरस्वती गुप्ता, तत्कालीन हल्का पटवारी बिहारी कुजूर, अंबिकेश गुप्ता और अन्य लोग शामिल हैं।
आरोपियों ने ग्राम कंजिया, तहसील कुसमी के बी-1 वर्ष 2013-14 के क्रम संख्या 377 में अवैध रूप से प्रविष्टि दर्ज करते हुए श्रीमती सरस्वती गुप्ता का नाम ग्राम कंजिया स्थित खसरा नंबर 536/5 रकबा 0.012 हेक्टेयर भूमि में दर्ज करा दिया था। इसके बाद, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कुसमी के न्यायालय में सुनवाई के दौरान, सरस्वती गुप्ता ने एक कूटरचित (जाली) आदेश प्रस्तुत किया।
इस कूटरचित आदेश को असली प्रमाणित करने के लिए, अंबिकेश गुप्ता ने 18.08.2022 को अनधिकृत रूप से न्यायालय अनुविभाग अधिकारी राजस्व कुसमी में इसे पेश किया। साथ ही, वर्ष 2012-13 के पृष्ठ क्रमांक 136, 137 में छेड़छाड़ और कूटरचना करते हुए अवैध प्रविष्टि क्रमांक 13 को दर्ज किया गया था।
उपरोक्त शिकायत के आधार पर, थाना कुसमी में अपराध क्रमांक-61/2025 धारा 420, 467, 468, 471, 120-बी, 34 भादवि के तहत मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
वरिष्ठ अधिकारियों, पुलिस अधीक्षक महोदय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय और पुलिस अनुविभागीय अधिकारी कुसमी के मार्गदर्शन में आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान, आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। आज दिनांक को तीनों आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।





