पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने जिले के थाना व चौकी प्रभारियों की ली क्राईम मीटिंग, विवेचकों को कार्यो में लापरवाही न बरतने की हिदायत, सुदुर ग्रामीण क्षेत्र में चलित थाना व ग्राम चौपाल लगाने के निर्देश
सूरजपुर: थानों में लंबित अपराध, शिकायतों की विस्तृत जानकारी लेकर उनके निराकरण में तेजी लाने, लोक सेवा गारंटी अधिनियम में पीड़ित पक्ष को जल्द राहत दिलाने, सामुदायिक पुलिसिंग को बढ़ावा देने, समंस वारंट की तामिली का स्तर में बढ़ोत्तरी एवं जिले में कानून व्यवस्था बनाये रखने तथा अपराध पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक सूरजपुर भावना गुप्ता ने जिले के पुलिस अधिकारियों की क्राईम मीटिंग शुक्रवार 13 अगस्त 2021 को जिला पुलिस कार्यालय के सभाकक्ष में ली।
क्राइम मीटिंग में पुलिस अधीक्षक श्रीमती भावना गुप्ता ने थानेवार लंबित मामले, शिकायतें, लंबित अनुसंधान, धारा 173(8) जा.फौ. के लंबित मामले, गैर जमानती व स्थाई वारंट, समन तामिली की समीक्षा की। थाना स्तर पर विवेचना में लंबित सभी गंभीर अपराध, महिला संबंधी अपराध, एससीएसटी एक्ट के अपराध, चालान, मर्ग, गुम इंसान के साथ संवाद शाखा की लंबित शिकायतों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि सभी शिकायतों को गंभीरता पूर्वक लिया जाए और निर्धारित समय-सीमा में निराकरण करें। पुलिस अधीक्षक ने एक-एक प्रकरण की बारीकी से समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिए। जिन प्रभारियों द्वारा प्रकरणों के निराकरण में रूचि नहीं ली गई है उन्हें आवश्यक रूप से समझाइश व सख्त निर्देश दिया है। समीक्षा के दौरान वर्तमान समय में लंबित शिकायतों व राहत प्रकरणों को शीघ्र निराकरण करने के दिए आवश्यक निर्देश दिए। पुलिस अधिकारियों को चालू वर्ष को छोड़ सभी पुराने मामलों का जल्द निराकरण करने की हिदायत दी। जवानों की समस्या से अवगत हो निराकरण हेतु अवगत करानेे के निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक ने लोक सेवा गारंटी अधिनियम प्राकृतिक आपदा के मामले में तत्परता दिखाते हुए पीड़ित पक्ष को राहत दिलाने प्रतिवेदन समय-सीमा का विशेष ध्यान देने व जप्तशुदा वस्तुओं को समय पर एफएसएल परीक्षण हेतु भेजने के निर्देश दिए।
उन्होंने थाना-चौकी प्रभारियों को कहा कि बैंक के शाखा प्रबंधकों से मुलाकात कर बैंक की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित कराए, निगरानी बदमाशों की निरंतर जांच किए जाए, सूचना तंत्र को मजबूत कर अवैध कार्यो के विरूद्व प्रभावी कार्यवाही किए जाने व फरार आरोपियों की धरपकड़ हेतु दिगर राज्य नियमानुसार जल्द रवाना किए जाने व हेलमेट के प्रति लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए।
बैठक में पुलिस अधीक्षक ने विशेष तौर पर कहां कि अपराध नियंत्रण व मामलों के निराकरण में लापरवाही बरतने वाले अधिकारी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। बेहतर कार्य करने वाले पुलिस अधिकारियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। थाना-चौकी में बल की उपलब्धता एवं निर्माण संबंधी कार्यो की जानकारी ली और कहा कि आम जनता पुलिस से आषा करती है कि उनके समस्याओं का निराकरण समय पर हो इसलिये तत्परतापूर्व कार्य करें, नागरिकों को ठगी से बचाने के लिए सामुदायिक पुलिसिंग पर जोर देते हुए सुदुर ग्रामीण क्षेत्र में चलित थाना व ग्राम चौपाल लगाने, लापरवाही पूर्वक वाहन चलाकर एक्सीडेंट करने वालों के ड्राईविंग लायसेंस निरस्त कराने एवं अवैध नशीली दवाओं तथा मादक पदार्थ के कारोबार से जुड़े लोगों के विरूद्व सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर, एएसपी मुख्यालय पी.एस.महिलाने, सीएसपी जे.पी.भारतेन्दु, एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी, एसडीओपी ओड़गी मंजूलता बाज, एसडीओपी प्रतापपुर अमोलक सिंह, जिला पुलिस कार्यालय के अधिकारी, जिले के थाना चौकी प्रभारी सहित पुलिस के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।