सरकारी जमीन से RKTC ठेका कंपनी ने खोद डाले सैकड़ो ट्रिप मुरुम और मिट्टी,सरकारी काम के आड़ में खुलेआम जमकर चल रहा अवैध कारोबार,जिम्मेदार विभाग पस्त ठेकेदार मस्त..पढ़े पूरी खबर
विनोद शुक्ला कि रिपोर्ट जिला कोरबा
कोरबा जिले कि सभी विभागों की स्थिति बहुत ही खराब हो चुकी है भ्रष्टाचार के अनेकों मामले देखने को मिल रहे हैं जिसकी सारी जानकारी संबंधित विभाग के अधिकारियों को है फिर भी वे जानकर अंजान बने बैठे हुए हैं जिसका खामियाजा सरकार के साथ-साथ आम लोगों को भी हो रहा है।
ताजा मामला कोरबा विकासखंड का है जहां ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत दर्जनों सड़कों का निर्माण हो रहा है जिसमें सड़क फीलिंग और लेवलिंग के लिए मुरूम और मिट्टी का उपयोग सरकारी जमीन को बिना अनुमति के उत्खनन किया जा रहा है ठेकेदार द्वारा सरकारी काम होने की बात कहते हुए मुरूम और मिट्टी का भारी मात्रा में जेसीबी मशीन और हाईवा लगाकर उत्खनन किया जा रहा है।
ताजा मामला भैंसमा से बुंदेली को जोड़ने वाली सड़क का है जहां RKTC ठेका कंपनी द्वारा बिना अनुमति भारी मात्रा में मिट्टी और मुरूम का उत्खनन किया जा रहा है उल्लेखनीय है कि ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीणों द्वारा शासकीय जमीन को कब्जा कर रखा गया है और ग्रामीणों एवं ठेकेदारों की मिलीभगत से इन जमीनों को ठेकेदार द्वारा खेत बनाने की बात कहते हुए उत्खनन कर परिवहन करते हुए इन मुरूम और मिट्टियों का उपयोग सड़कों पर कर रहा है जबकि यह नियम विरुद्ध है इस तरह मिट्टी और मुरूम के उत्खनन की अनुमति संबंधित विभाग से लेना अनिवार्य होता है खनिज विभाग के अनुसार ऐसे उत्खनन की अनुमति के साथ रॉयल्टी का मूल्य निर्धारित रहता है जिससे सरकार को राजस्व के रूप में राशि प्राप्त होती है वही ठेकेदारों को भी बिल का भुगतान के समय सड़क निर्माण में उपयोग किए गए मुरूम और मिट्टी की रॉयल्टी क्लीयरेंस के लिए प्रस्तुत किया जाता है ठेकेदारों द्वारा विभाग से मिलीभगत कर रॉयल्टी क्लीयरेंस तो करा लिया जाता है लेकिन ऐसे मामलों से स्पष्ट होता है कि रॉयल्टी क्लीयरेंस के समय प्रस्तुत किए गए रॉयल्टी भी सही नहीं होता या यूं कहें ऐसे मामलों पर खनिज विभाग को रॉयल्टी क्लीयरेंस के साथ-साथ उत्खनन और परिवहन संबंधित अनुमति संबंधित दस्तावेज को अनिवार्य किया जाए ताकि ऐसे बगैर अनुमति के शासकीय जमीन पर मनचाहे मात्रा में उत्खनन और परिवहन पर लगाम लग सके हालांकि पूर्व में RKTC ठेका कंपनी द्वारा नियम विरुद्ध कार्य करने की जानकारी मिलने पर जिला प्रशासन द्वारा कार्यवाही की गई थी बावजूद यह अपने हरकतों से बाज़ नहीं आ रहा हैं।