खाट पर गर्भवती महिला….सवालों में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था… गर्भवती महिला को खाट पर लेकर परिजन 5 किमी पैदल चले फिर भी नहीं मिली एंबुलेंस की सुविधा: देखें वीडियो
बगीचा:- जशपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्र आज भी विकास की राह देख रहा हैं। छत्तीसगढ़ राज्य भले ही सन 2000 से सन 2020 में पहुँच गया है लेकिन सडक़, बिजली, पानी की समस्याएं आज भी कई गांवो में बनी हुईं हैं। ऐसे ही एक मामले में ग्राम पंचायत तम्बाकछार के आश्रित गांव जबला से एक महिला को प्रसव पीड़ा होने पर सडक़ की सुविधा नहीं होने की स्थिति में परिजन खाट पर ढोकर 5 किलोमीटर पैदल चलने के बाद भी महतारी एक्सप्रेस नहीं मिला तो निजी वाहन से लेकर अस्पताल पहुचे, तब जाकर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
यहां रहने वाले ग्रमीणों को सड़क जैसी आधारभूत संरचना के अभाव में ऐसी दिक्कतें आए दिन झेलनी पड़ती है। प्रसव पीड़ा से तड़पती गर्भवतियों को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाने की जरूरत होती है, लेकिन सड़क के अभाव में महिलाओं के लिए शुरू की गई महतारी एक्सप्रेस सेवा भी अनुपयोगी साबित होती है। स्वास्थ्य सुविधा की बेहतरी को लेकर शासन भले ही लाख दावे कर रही हो, पर आज भी सूबे के कई गांव ऐसे हैं, जहां तक एंबुलेंस नहीं पहुंच सकती। पोटापानी व सोनईपुर के बीच के पांच किलोमीटर की सड़क वर्षो बाद भी दुरुस्त नहीं हो सका है। ग्राम पंचायत तम्बाकछार से जबला तक पहुंचने का एकमात्र साधन पदयात्रा है। गर्भवती महिलाओं को समय पर अस्पताल पहुंचाने के लिए देहाती एंबुलेंस यानी खाट की डोली बनाई जाती है और चार लोग इसे कंधे पर उठाकर पदयात्रा करते हुए दो नाला पार कर पगडण्डी के रास्ते से तम्बाकछार तक पहुंचते हैं।
ऐसा नहीं है की इस गाँव में अस्पताल नहीं है, ग्राम पंचायत तम्बाकछार में उपस्वास्थ्य केंद्र है लेकिन यहाँ की नर्स अक्सर गायब रहती है, प्रसूती व नवजात को खतरे से बचाने के लिए शासन की ओर से सरकारी अस्पतालों में ‘जननी सुरक्षा योजना’ का संचालन किया जा रहा है। प्रसूती का सहज ढंग से अस्पतालों में आकर प्रसव कराने वाली बाई व अन्य के लिए प्रोत्साहन राशि दी जाती है। इतना ही नहीं, प्रसूतियों को अस्पताल तक लाने में शासन ने महतारी एक्सप्रेस का संचालन शुरू किया है। बावजूद इसके गांवों तक पहुंचने का मार्ग दुरुस्त नहीं होने के कारण इन सुविधाओं से कई क्षेत्र के लोग वंचित हैं।
वही इस मामले में बगीचा जनपद सीईओ विनोद सिंह का कहना है की कार्ययोजना बना कर भेज दिया गया है, बरसात के बाद इस गांव में पुलिया और सडक का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा…