पुलिस को मिली बड़ी सफलता: 60 फर्जी बैंक खातों के जरिए क्रिकेट में करोड़ों का सट्टा लगाने वाले गिरोह का मास्टरमाइंड अंबिकापुर निवासी सत्यम केशरी गिरफ्तार

सरगुजा पुलिस ने एक बड़े ऑनलाइन सट्टा गिरोह का भंडाफोड़ किया है और उसके मुख्य आरोपी सत्यम केशरी को झारखंड से गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार अग्रवाल के निर्देश पर की गई, जिसमें साइबर सेल और कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने अहम भूमिका निभाई। आरोपी सत्यम केशरी पर क्रिकेट मैच पर करोड़ों रुपये का सट्टा लगाने और अवैध धन कमाने का आरोप है।
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब 13 मई 2024 को पुलिस ने तीन सटोरियों – आयुष सिन्हा, अमित मिश्रा, और शुभम केशरी को गिरफ्तार किया था। ये लोग Sky Exchange लिंक के माध्यम से ऑनलाइन सट्टा लगवा रहे थे। पुलिस ने उनके पास से 19 मोबाइल, 3 पासबुक, 2 चेकबुक, 21 एटीएम कार्ड और 20,100 रुपये नकद जब्त किए थे।
जांच के दौरान, पुलिस को पता चला कि यह गिरोह सुनियोजित तरीके से काम कर रहा था। आरोपी अपने और अपने जान-पहचान के लोगों के आधार कार्ड का इस्तेमाल करके लगभग 60 फर्जी बैंक खाते खुलवाते थे। इन खातों का उपयोग सट्टेबाजी की रकम के लेन-देन के लिए किया जाता था। इन खातों में करोड़ों रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ था। पुलिस ने इस मामले में धोखाधड़ी और आईटी एक्ट की धाराएं भी जोड़ीं।
मामले में पहले ही ऋतिक मंदिलवार, नितिन यादव, अमित कुमार मिश्रा, ध्रुवील पटेल और मुकेश त्रिपाठी सहित कई आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका था, लेकिन मुख्य सरगना सत्यम केशरी फरार था। पुलिस टीम के लगातार प्रयास से आखिरकार सत्यम केशरी को झारखंड से पकड़ा गया। पूछताछ में उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है और उसे माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है।
इस पूरी कार्रवाई में कोतवाली थाना प्रभारी मनीष सिंह परिहार, साइबर सेल प्रभारी अजीत मिश्रा और उनकी टीम ने सराहनीय काम किया।




