’ज़मीन बचाने के लिए जान भी दे देंगे’: अमेरा खदान के विस्तार और भूमि अधिग्रहण के विरोध में धरने पर बैठे ग्रामीण , भूमि और फसल बचाने कर रहे रात दिन रखवाली

सरगुजा जिले के लखनपुर विकासखंड क्षेत्र में अमेरा खदान विस्तार को लेकर लगातार ग्रामीणों का विरोध देखने को मिल रहा है। वही ग्राम परसोडी कला के ग्रामीण विगत 15 दिनों से भूमि अधिग्रहण मामले में तिरपाल तम्बू लगाकर अमेरा खदान के विरोध में धरने बैठे हुए हैं और अपने जमीन और फसलों को बचाने रखवाली कर रहे हैं।ग्रामीणों का आरोप है कि रात अंधेरे में अमेरा खदान के अधिकारी कर्मचारियों के द्वारा खड़ी फसल पर जेसीबी और हाइड्रा मशीन चलाकर भूमि अधिग्रहण किया जा रहा है। जबकि ग्रामीणों के द्वारा अमेरा खदान को जमीन नहीं दिया गया है।जबरन ग्रामीणों की जमीन को लूटने का कार्य अमेरा खदान द्वारा किया जा रहा। अमेरा खदान से ग्रामीण अपनी जमीन और फसल बचाने त्रिपाल तंबू लगाकर पिछले 15 दिनों से अमेरा खदान के विरोध कर धरने पर बैठे हुए हैं। ग्रामीणों के द्वारा अपनी जमीन बचाए जाने को लेकर पूर्व में क्षेत्रीय विधायक व कैबिनेट मंत्री राजेश अग्रवाल सरगुजा कलेक्टर व एसडीएम को आवेदन दिया गया था परंतु किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं मिला। अब ग्रामीणों का कहना है कि इस जमीन को बचाने के लिए चाहे जान देना पड़े तो भी वह पीछे नहीं हटेंगे और अपनी जमीन को जान देकर बचाकर रहेंगे।गौरतलब है कि पूर्व में ग्रामीणों के बिना अनुमति लिए अमेरा खदान के अधिकारियों के द्वारा रात के अंधेरे में निस्तार शासकीय मुंडा के मेड को तोड़कर मुड़ा की भूमि को अधिग्रहित कर लिया गया वहीं ग्रामीणों की खड़ी धान फसल को हाइड्रा और जेसीबी मशीन से खोदकर भूमि अधिग्रहण की कोशिश की गई। ग्रामीणों के विरोध के बाद सीसीएल के अधिकारी कर्मचारी मौके से भाग गए।जिसे ग्रामीणों को हजारों रुपए की छती हुई है। अमेरा खदान के विस्तार किए जाने और भूमि अधिग्रहण को लेकर लगातार ग्रामीण का विरोध किया जा रहा है। पूर्व डिप्टी सीएम टी एस सिंहदेव, और पांच गांवों के सरपंच और ग्रामीणों के द्वारा अमेरा खदान के खिलाफ किया जा रहे विरोध का समर्थन मिल रहा है। अब देखने वाली बात होगी कि अमीर खदान विस्तार को लेकर अधिकारियों के द्वारा भूमि अधिकरण कर लिया जाएगा या फिर विरोध कर रहे ग्रामीण अपनी जमीन को बचाने सफल हो पाएंगे।





