सॉफ्टवेयर इंजीनियर गिरफ्तार: बलरामपुर पुलिस ने म्युल बैंक अकाउंट धोखाधड़ी मामले में की बड़ी कार्रवाई

बलरामपुर– बलरामपुर पुलिस ने “म्युल बैंक अकाउंट” से जुड़े धोखाधड़ी के मामलों में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए बिलासपुर से एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी नितेश पुरी गोस्वामी (उम्र 26 वर्ष), जो ग्राम खजूरी, थाना प्रतापपुर, जिला सूरजपुर का निवासी है, कोतवाली थाना बलरामपुर में दर्ज दो अलग-अलग धोखाधड़ी के मामलों में फरार चल रहा था।
पुलिस अधीक्षक श्री वैभव बैंकर के निर्देश पर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री विश्व दीपक त्रिपाठी के मार्गदर्शन और पुलिस अनुविभागीय अधिकारी श्री याकुब मेमन के पर्यवेक्षण में बलरामपुर पुलिस ने इस मामले की गहन जांच की। तकनीकी विश्लेषण के आधार पर, थाना बलरामपुर क्षेत्र में विभिन्न व्यापारिक बैंकों से खुलवाए गए कई बैंक अकाउंट्स का पता चला, जिनका उपयोग देश के विभिन्न राज्यों में साइबर धोखाधड़ी की घटनाओं को अंजाम देने और धोखाधड़ी से प्राप्त धन के अवैध लेनदेन के लिए किया जा रहा था।
जांच के बाद, थाना बलरामपुर में अपराध क्रमांक 40/2025 और 41/2025 के तहत भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं 317(2), 317(4), 317(5), 318(4), 61(2)(क) के तहत मामले दर्ज किए गए।
विवेचना के दौरान, इस मामले में संलिप्त कुल 10 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। दिनांक 13 जुलाई 2025 को विशेष अभियान के तहत कार्रवाई करते हुए, फरार चल रहे मुख्य आरोपी नितेश पुरी गोस्वामी को बिलासपुर से गिरफ्तार किया गया। उसे माननीय न्यायिक मजिस्ट्रेट बलरामपुर के समक्ष पेश किया गया, जहाँ से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
पूछताछ में पता चला कि आरोपी नितेश पुरी गोस्वामी, जो पेशे से एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है, “शॉर्टकट” से जल्दी पैसा कमाने के लालच में अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर इस अपराध को अंजाम दिया था। आरोपी के कब्जे से धोखाधड़ी से प्राप्त पैसों से खरीदी गई एक ब्रेजा कार भी जब्त की गई है।
इस पूरी कार्रवाई में थाना प्रभारी बलरामपुर निरीक्षक भापेन्द्र साहू, उपनिरीक्षक किरणेश्वर प्रताप सिंह, सहायक उपनिरीक्षक राधेश्याम विश्वकर्मा, प्रधान आरक्षक शिपक शर्मा, प्रधान आरक्षक शैलेन्द्र तिवारी, आरक्षक सचिंद्र सिंह, आरक्षक महेंद्र गुप्ता और साइबर सेल से प्रभारी सायबर सेल उप निरीक्षक हिम्मत सिंह शेखावत, प्रधान आरक्षक नागेन्द्र पांडे, आरक्षक मंगल की महत्वपूर्ण भूमिका रही।





