अंबिकापुर जा रहा 1 क्विंटल 83 किलो गांजा जब्त, दुर्घटना के बाद जंगल से पकड़ा गया आरोपी

जशपुर पुलिस ने “ऑपरेशन आघात” के तहत एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल करते हुए लगभग 80 लाख रुपये मूल्य का 1 क्विंटल 83 किलो अवैध मादक पदार्थ गांजा जब्त किया है और इस सिलसिले में एक आरोपी, राशिद अहमद, निवासी राउरकेला (उड़ीसा) को हिरासत में लिया है। पुलिस ने तस्करी में इस्तेमाल की जा रही एक मारुति अर्टिगा कार को भी जब्त किया है। तस्करों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए वाहन पर गलत नंबर प्लेट (CG12BQ1606) लगाई थी।
यह मामला थाना बगीचा क्षेत्र का है। 24 अप्रैल, 2025 की रात को पुलिस को सूचना मिली कि ग्राम कुहापानी के पास मुख्य सड़क पर एक दुर्घटनाग्रस्त अर्टिगा गाड़ी खड़ी है, जिसमें भारी मात्रा में गांजा भरा हुआ है। सूचना की गंभीरता को देखते हुए, बगीचा पुलिस ने तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया और मौके पर पहुंचकर सूचना की पुष्टि की। पुलिस को दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी में पीले रंग की टेप से लिपटे गांजे के कुल 183 पैकेट मिले, जबकि वाहन चालक गायब था।
गाड़ी की तलाशी के दौरान खून के धब्बे मिलने से यह स्पष्ट हुआ कि चालक या सह-चालक घायल हुआ होगा और ज्यादा दूर नहीं गया होगा। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि दुर्घटना के तुरंत बाद एक व्यक्ति जंगल की ओर भागा है। इस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर श्री शशि मोहन सिंह के नेतृत्व में तीन टीमें गठित की गईं। एक टीम जंगल में घायल संदिग्ध चालक की तलाश कर रही थी, दूसरी टीम दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी और गांजे की सुरक्षा कर रही थी, जबकि तीसरी टीम गाड़ी के नंबर प्लेट (CG12BQ1606) के आधार पर वाहन मालिक की जानकारी जुटाने और मोबाइल लोकेशन ट्रेस करने के लिए बलरामपुर रवाना हुई। बलरामपुर पुलिस की मदद से पता चला कि उक्त नंबर प्लेट वाली अर्टिगा गाड़ी का मालिक एक बारात में शामिल है। जब पुलिस ने बारात की गाड़ी रुकवाकर पूछताछ की, तो वाहन मालिक ने तस्करी में इस्तेमाल गाड़ी को अपना मानने से इनकार कर दिया और बताया कि उसकी असली अर्टिगा गाड़ी (CG12BQ1606) कोरबा में उसके घर पर खड़ी है, जिसकी वीडियो कॉल से पुष्टि भी की गई।
इसी बीच, घटनास्थल पर मौजूद पुलिस की टीम ने दुर्घटनाग्रस्त अर्टिगा की तलाशी ली तो उसमें छुपाकर रखा गया एक और नंबर प्लेट (OD16L9339) मिला। इस नंबर प्लेट के आधार पर वाहन मालिक संबलपुर (उड़ीसा) का निकला, जिसकी जांच जारी है। इससे स्पष्ट होता है कि तस्कर पुलिस को गुमराह करने के लिए दूसरे वाहन का नंबर प्लेट इस्तेमाल कर रहे थे।
जंगल में चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान, लगभग 3:00 बजे रात को पुलिस को झाड़ियों से कराहने की आवाज सुनाई दी। जांच करने पर पुलिस ने घायल अवस्था में छिपे राशिद अहमद को पकड़ा। पूछताछ में उसने बताया कि वह उड़ीसा से अंबिकापुर अवैध गांजा बेचने के लिए ले जा रहा था और नारायणपुर के पास पुलिस की पेट्रोलिंग गाड़ी देखकर घबराकर तेज गति से गाड़ी चलाने के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
पुलिस अधीक्षक श्री शशि मोहन सिंह ने बताया कि बगीचा में वीवीआईपी कार्यक्रम के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था के तहत रूटीन चेकिंग की जा रही थी, जिसके कारण तस्कर हड़बड़ी में दुर्घटना का शिकार हो गया।
फिलहाल, घायल आरोपी तस्कर राशिद अहमद का शासकीय अस्पताल बगीचा में इलाज चल रहा है और उसके खिलाफ थाना बगीचा में एनडीपीएस एक्ट की धारा 20(B) के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई जारी है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से एक-एक किलो के 183 पैकेट में भूरे रंग के टेप से लिपटा हुआ कुल 1 क्विंटल 83 किलो गांजा, तस्करी में इस्तेमाल अर्टिगा कार और नंबर प्लेट OD16L9339 जब्त किया है। जब्त गांजे की अनुमानित बाजार कीमत 80 लाख रुपये से अधिक है।
इस सफलता में थाना प्रभारी बगीचा निरीक्षक श्री संत लाल आयाम, सहायक उप निरीक्षक उमेश प्रभाकर, रामनाथ राम, आरक्षक मुकेश पांडे, उमेश भारद्वाज, रामबृक्ष पैंकरा, रामप्रकाश यादव और नगर सैनिक मुरली रवि की सराहनीय भूमिका रही।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर श्री शशि मोहन सिंह ने बताया कि जशपुर पुलिस “ऑपरेशन आघात” के तहत अवैध शराब और गांजा के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है और इस साल अभी तक 572 किलो अवैध गांजा और 14 हजार लीटर से अधिक अवैध शराब पकड़ी जा चुकी है। उन्होंने यह भी कहा कि “ऑपरेशन आघात” आगे भी जारी रहेगा।





