महाकुंभ मे स्नान के बाद काशी विश्वनाथ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ , लाइन में तीन लोगों की मौत ,गंगा आरती पर भी लगी रोक

महाकुंभ से श्रद्धालुओं भीड़ काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए वाराणसी पहुंच रही है जिसकी वजह से मंगलवार को काशी विश्वनाथ मंदिर में भारी भीड़ जमा हो गई इस दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर की लाइन में लगे-लगे ही मंगलवार को तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई। तीनों महाकुंभ से बनारस आए थे। तीनों काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन के लिए गेट नंबर चार से लाइन में लगे थे। इसी बीच अचानक बेहोश हो गए। मंडलीय अस्पताल पहुंचने से पहले तीनों ने दम तोड़ दिया। परिजन इनके शव लेकर चले गए। मृतकों में बिहार के छपरा निवासी 42 वर्षीय संजय शाह, सिलीगुड़ी (पश्चिम बंगाल) निवासी 54 वर्षीय मुन्ना लाल और पश्चिमी दिल्ली की 64 वर्षीय शक्ति माथुर शामिल हैं।इसके बाद से दशाश्वमेध की ओर लोगों को जाने से रोक दिया गया। आसपास की गलियों से होते हुए लोग गंगा किनारे पहुंचे।
भीड़ के कारण गंगा आरती पर रोक केवल सांकेतिक होगी
भारी भीड़ के चलते पुलिस-प्रशासन की ओर से गंगा आरती पर रोक लगा दी गई है। दशाश्वमेध, अस्सी, अहिल्याबाई, केदार समेत अन्य जितने घाट से गंगा आरती होती है, वहां पर 15 फरवरी तक केवल सांकेतिक आरती का निर्देश दिया गया है। डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल ने बताया कि अत्यधिक भीड़ की वजह से आरती पर रोक लगा दी गई है। केवल एक व्यक्ति छत से सांकेतिक रूप से गंगा आरती करेगा ।
शाम छह बजे के बाद कोई भी नौका-बोट, क्रूज नहीं चलेगा
ड शाम छह बजे के बाद गंगा में हर तरह के नाव, बोट और क्रूज के संचालन पर रोक लगा दी गई है। शाम को गंगा विहार नहीं होगा। निर्देश की अवहेलना पर नाव चालक और मालिक पर कार्रवाई होगी। उ अस्सी से राजघाट आने-जाने के लिए गंगा में अलग-अलग रूट हैं। सभी नाविकों को लाइफ जैकेट, नाव में रस्से, टार्च अन्य सुरक्षा के उपकरण रखने होंगे। किसी भी पर्यटक से मनमाना किराया और बदलसूली पर केस दर्ज होगा।