खबर छपने के बाद कोयला चोरी के मामले में सरगुजा पुलिस की बड़ी कार्रवाई एक दर्जन से अधिक ग्रामीणों को किया गिरफ्तार,बड़े कोल माफिया पुलिस की पहुंच से अब भी दूर या है किसी का संरक्षण ?

“”””कोल माफिया पुलिस की पहुंच से दूर “”””
अमेरा खुली खदान से कोयला चोरी के मामले में स्थानीय ग्रामीण ही मौके से पकड़े जाते हैं। कार्रवाई की भनक लगते ही बड़े कोल माफिया बचकर निकल जाते हैं। जब तक इन बड़े कोल माफियाओं पर कार्रवाई नहीं होगी तब कोयला चोरी का यह सिलसिला जारी रहेगा। शासन प्रशासन को चाहिए कि इन बड़े कोल माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें ताकि कोयला चोरी पर अंकुश लग सके।
ग्रामीणों और बाइकर्स को आगे कर कोल माफिया कोयला चोरी लिप्त
कोल माफिया के द्वारा स्थानिय ग्रामीण और बाइकर्स गैंग को आगे करके कोयला तस्करी करते हैं।उनके माध्यम से ईट भट्टे और अन्यत्र स्थान पर कोयला एकत्रित कर रात के अंधेरे में पिकप ट्रकों में कला परिवहन का दूसरे राज्यों में भी बेचा जाता है । यही नहीं इन कोल माफियाओं द्वारा लखनपुर, बिश्रामपुर, दरिमा, अंबिकापुर क्षेत्र में संचालित चिमनी और अवैध गमले भट्ठे को कोयला बेचकर गाड़ी कमाई की जा रही है।
“””शासन को प्रतिदिन लाखों रुपए की क्षति”””
बाहरी और स्थानीय स्तर के कोल माफिया मिलकर कई माह से कोयला चोरी कराकर शासन को करोड़ों रुपए की क्षति पहुंचाई जा रही है। कोल माफियाओं के द्वारा प्रतिदिन लाखों रुपए का चोरी का कोयला बेचा जाता है।