पढ़ना लिखना अभियान की खुली पोल, महापरीक्षा अभियान में निसाक्षरो की जगह स्कूली बच्चे परीक्षा में बैठे
सरगुजा जिले के लखनपुर विकासखंड के विभिन्न शालाओं में गुरुवार को पढ़ना लिखना अभियान के तहत निशाक्षरों को साक्षर बनाने महापरीक्षा का आयोजन किया गया था।
महापरीक्षा आयोजन में निशाक्षरों के जगह स्कूली छात्र परीक्षा देते नजर आए। मामला लखनपुर विकासखंड के ग्राम पुहपुटरा आमापारा प्राथमिक पाठशाला व ग्राम सिरकोतंगा के माध्यमिक पाठशाला का है।
जहां केंद्राध्यक्ष व शिक्षकों के द्वारा नियमों को ताक पर रखकर पढ़ना लिखना अभियान के महापरीक्षा में निशाक्षरों की जगह स्कूली छात्र छात्राओं को पाठशालाओ में बैठा कर परीक्षा दिलाया जा रहा था। जब स्थानीय मीडिया कर्मी वहां पहुंचकर वीडियो बनाना शुरू किया तो पुहपुटरा आमापारा के शिक्षक महेंद्र प्रताप सिंह के द्वारा वाद- विवाद किया गया। साथ ही वीडियो बनता देख निशाक्षरों जगह परीक्षा लिख रहे छात्र-छात्राएं वहां से भागने लगे। गौरतलब है कि जहां सरकार पढ़ना लिखना अभियान के तहत भारत में शत-प्रतिशत साक्षरता पाने के लक्ष्य के साथ चलाया जा रहा है।
इस अभियान के तहत देश में निशाक्षर लोगों को स्कूल कॉलेज के शिक्षित युवाओं की मदद से साक्षर बनाने का काम किया जा रहा है।जिससे उन्हें बुनियादी शिक्षा मिल सके ।और वह यातायात चिन्ह समझने, आवेदन पत्र भरने, समाचार पत्र का शीर्ष पढ़ने, चिट्ठी लिखने पढ़ने में, 2 अंकों का जोड़ घटाव गुणा भाग आदि की समझ मिल सके।
वहीं सरकार निशाक्षरों को शिक्षित युवाओं से शिक्षा दिला महापरीक्षा का भी आयोजन कर साक्षर बना रही है।परंतु शिक्षा विभाग के जिम्मेदार लोग सरकार की इस मंशा को पूरा नहीं होने दे रहे हैं। और वाहवाही लूटने निशाक्षरों की जगह स्कूली छात्र छात्राओं को बैठाकर परीक्षा दिलाया जा रहा है अब देखना होगा कि आगे विभाग के उच्च अधिकारी किस प्रकार की कार्यवाही करते हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी संजय गुहे
इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी संजय गुहे चर्चा करने पर उनके द्वारा कहा गया कि जांच कराया जाएगा जांच उपरांत सत्यता पाने पर पुनः परीक्षा का आयोजन किया जाएगा इस मामले में दोषियों के ऊपर कठोर कार्यवाही किया जाएगा।
सरगुजा कलेक्टर संजीव झा
इस संबंध में सरगुजा कलेक्टर संजीव झा के द्वारा कहा गया कि वीडियो प्राप्त होने के उपरांत जिला शिक्षा अधिकारी को जांच के निर्देश दिए गए हैं।