अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी, दो दोस्तों ने मिलकर अपने ही दोस्त की कर हत्या पुलिस ने किया गिरफ्तार
विनोद शुक्ला हिंद शिखर ब्यूरो । पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने अपनी पदस्थापना के तत्काल बाद से ही थानो में बीट सिस्टम को प्रभावी बनाने एवं आसूचना संकलन पर विशेष ध्यान देने के निर्देश सभी थाना, चौकी प्रभरियों को दिये है। कोतवाली पुलिस के द्वारा इस दिशा में किये गये प्रयासो का सार्थक परिणाम सामने आया है,
जब एक युवक अनिकेत गोयल की हत्या के मामले को रिपोर्ट होने से पहले ही सुलझा लिया गया, 27 जुलाई की रात अनिकेत गोयल नामक युवक अपने साथियों आकाश शर्मा उर्फ लाला, सूरज साहू ,नंदे बाधे के घर मे शराब पी रहा था, और सब जुआ भी खेल रहे थे,
वही पैसे की लेन देने की बात पर अनिकेत का सूरज और आकाश शर्मा उर्फ लाला से विवाद हुआ बाद मे रात मे अनिकेत, लाला और सूरज के साथ आकाश शर्मा के घर महावीर नगर गया जहां आकाश साहू भी उनके साथ था, वहां ये लोग लाला जो कि आटो चालक है,
उसके आटो में बैठे सूरज और अनिकेत फिर से आटो मे बैठ कर शराब पीने लगे तभी सूरज के साथ अनिकेत का फिर से विवाद होने लगा, इस दौरान सूरज ने एक गमछा से अनिकेत के गला को दबाने लगा,
जिसमे आकाश शर्मा भी उसका साथ दिया। दोनो ने मिलकर अनिकेत गोयल के गले को गमछा से घोटकर वही आटो मे उसकी हत्या कर दी और एक राय होकर शव को लाला के आटो में ले जाकर दर्री डेम से नीचे हसदेव नदी में रात्रि लगभग 01.00 बजे फेक दिया ।
आरोपियों ने अनिकेत गोयल के मोबाईल को रेल्वे स्टेशन कोरबा मे एक मालगाड़ी मे डाल दिया ताकि ढूंढने पर ऐसा लगे कि अनिकेत कहीं बाहर गया है। पुलिस को अपने सूचना तंत्र से इस घटना की जानकारी 28 जुलाई के दरमियान रात को प्राप्त हुई थी।
इस पर तत्काल थाना प्रभारी विवेक शर्मा ने पुलिस अधीक्षक कोरबा को इस सूचना से अवगत कराकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कीर्तन राठौर से मार्गदर्शन लेकर नगर पुलिस अधीक्षक योगेश साहू के नेतृत्व मे इसकी जांच शुरू की गई जो जांच में पाया गया, कि अनिकेत गोयल 27 जुलाई की सुबह अपने घर से निकला था, तब से अपने घर नही लौटा है, इससे पुलिस को प्राप्त आसूचना सही प्रतीत होने लगी।
पुलिस ने संदेही आकाश शर्मा उर्फ लाला तथा सूरज साहू को अलग-अलग जगह पर पकड़कर उनसे पूछताछ किया गया, तो उन्होने घटना करना स्वीकार करते हुये अनिकेत गोयल को नदी आखरा पुल से हसदेव नदी मे फेकना बताया, अब समस्या नदी के अथाह पानी मे शव की तलाश की थी ।
जिसके लिये योगेश साहू के नेतृत्व मे कोतवाली थाना प्रभारी विवेक शर्मा और उनकी टीम ने स्थानीय मछुआरो और नगर सेना कोरबा के गोताखोर और बोट के माध्यम से शव की पता तलाश प्रारंभ की मृतक अनिकेत का शव नदी मे झाड़ियों में फंसा हुआ मिला ।
मृतक के घर वालो को आभास ही नहीं था, कि उनके लड़के के साथ कोई घटना भी हो चुकी है,
यहां यह उल्लेखनिय है, कि मृतक के घर वालो को आभास ही नहीं था, कि उनके लड़के के साथ कोई घटना भी हो चुकी है, वे समझ रहे थे कि अनिकेत अपने किसी दोस्त के साथ कही होगा मृतक के घर वालों को बुलाकर शव की पहचान कार्यवाही कराई गई जो अनिकेत गोयल का ही निकला पुलिस शव का पंचनामा कार्यवाही के बाद शव को पोस्ट मार्टम के लिये भेजा गया । आरोपियों के विरूध्द अपराध धारा 302,201,34 भादवि. का प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है।
ये प्रकरण पुलिस की तत्परता आसूचना संकलन का महत्व और एक्टिव पुलिसिंग का सटीक उदाहरण है जिसकी शुरूआत पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल के द्वारा जिले में कराई गई है। कोतवाली पुलिस की टीम में थाना प्रभारी विवेक शर्मा, उ.नि. भावना खण्डारे, प्र.आर.राकेश सिंह, प्र.आर. प्रवीण कुमार लाल, प्र.आर. माखन पात्रे, प्र.आर. रफीक खान, प्र.आर.सिल्वेस्टर मिंज, आर. लक्ष्मीकांत खरसन, कंवल चन्द्रा, विक्रम नारंग, देवेन्द्र ठाकुर, विपिन गुप्ता, रवि दरैहा की सराहनीय भूमिका रही।