करोड़ों रुपए की नाली दिखावे की वाली बारिश की हल्की फुहारों ने ही खुली नाली की पोल नाली की बजाय सड़कों पर बह रहा पानी सड़क किनारे पड़ा मलबा लोगों के लिए बना परेशानी का सबब नाली के ऊपर पत्थर डालकर किनारे छोड़ रहे खाली ठेकेदार के द्वारा मलबा डालने के नाम पर हो रही नागरिकों से अवैध वसूली
मुकेश अग्रवाल, पत्थलगांव
आज हुई हल्की सी बारिश में ही नाली के गुणवत्ता व उपयोग की पोल खोल कर रख दी है बारिश का पानी नाली के बजाय सड़कों पर बह रहा है जगह-जगह पानी जमा होकर लोगों के लिए जी का जंजाल बन गया है।शुरू से ही विवादों में घिरी करोड़ों रुपए के नाली निर्माण में बड़ा गोलमाल नजर आने लगा है जहां करोड़ों रुपए की नाली बस स्टैंड चौक से बननी थी जिसे ठेकेदार ने बस स्टैंड चौक से नाली निर्माण छोड़कर वन विभाग के पास से ही नाली निर्माण कर लाखों रुपए बचाने की योजना को अमलीजामा पहनाने का काम किया जा रहा है। चौक से शुरुआत करने वाली एनएच की नाली को छोड़ दिया गया है बताया जाता है कि एनएच विभाग के अधिकारियों से मिलीभगत कर एनएस ठेकेदार ने बस स्टैंड चौक से वन विभाग तक नाली का निर्माण ही नहीं किया गया है जिसके पैसों की बंदरबांट करने की स्पष्ट बू नजर आ रही है ।ठेकेदार द्वारा नाली निर्माण में किसी भी तरह के मापदंड का उपयोग नहीं किया गया है जहां नाली का पानी निकासी लेवल कहीं पर भी सरकारी मापदंडों पर फिट बैठता नजर नहीं आता है नाली सर्पाकार बनाते हुए जगह जगह अधूरी नाली खोदकर नागरिकों के लिए सिर दर्द छोड़ दी गई है ।नाली निर्माण में ठेकेदार द्वारा नाली निर्माण के बाद नाली के बगल में खाली जगह पर मिट्टी की फीलिंग कर उसे ऊपर से कंक्रीटीकरण किया जाना था किंतु ठेकेदार ने घटिया पत्थर डालकर जगह जगह खाली जगह छोड़ कर उसे मिट्टी से पाटा जा रहा है जिसके कारण पत्थरों के बीच से मिट्टी पुनः नाली में घुसकर पूरी नाली को ही बंद कर दी जा रही है ।ठेकेदार द्वारा कहा जाता है कि उसे केवल अपने करोड़ों रुपए के बिल निकालने तक ही मतलब हैं।
ठेकेदार एवं अधिकारियों की मिलीभगत से नाली सड़क से गुजरने वाले गली मोहल्लों में कांक्रीटीकरण का अभाव
ठेकेदार द्वारा गली मोहल्ले क्रॉसिंग पर नाली खोदकर उस पर घटिया पत्थर ढक्कन ऊपर से ढक कर उस पर ठेकेदार द्वारा लाखों रुपए बचाने के चक्कर में पुनः मिट्टी लाकर डाल दी जा रही है। जिससे उस पर गुजरने वाले वाहनों से घटिया पत्थर कुछ ही दिनों में टूटकर नाली को बंद कर दे रहे हैं एवं नागरिकों को चार पहिया वाहन तो दूर दो पहिया वाहन गुजरने के लिए भी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है ।विगत दिनों पत्थलगांव एसडीएम योगेश श्रीवास को नागरिकों ने सड़क से गुजरने वाले गली मोहल्लों के घटिया निर्माण को लेकर शिकायत की थी जिस पर पत्थलगांव एसडीएम ने ठेकेदार को गली गुजरने वाले जगह पर पत्थर के ऊपर कंक्रीट की परत चढ़ाने के स्पष्ट निर्देश जारी किए थे किंतु ठेकेदार द्वारा मोटे कमीशन के आगे एनएच विभाग के अधिकारी कर्मचारी एसडीएम के आदेशों को दरकिनार कर घटिया काम करवाने में मशगूल हैं। जिला पंचायत सदस्य एवं कांग्रेस के प्रदेश महासचिव आरती सिंह ने भी विगत दिनों नाली ठेकेदार के घटिया निर्माण को लेकर आवाज बुलंद की थी किंतु नाली ठेकेदार के कमीशन के बोझ तले अधिकारी मामलों को फाइलों में ही कैद कर दिए हैं।
ठेकेदार द्वारा बनाया गया वसूली का जरिया
एनएच विभाग के नाली ठेकेदार द्वारा नाली खोदने के समय नाली की मिट्टी को बेच कर लाखों रुपए की कमाई का जरिया बना दिया गया है वही नाली निर्माण के बाद ठेकेदार को नाली के दोनों ओर नाली की फीलिंग करनी थी किंतु फीलिंग भरने के नाम पर ठेकेदार द्वारा नागरिकों से अवैध वसूली का धंधा जोरों पर है।
आखिरकार नाली ठेकेदार पर स्थानीय प्रशासन ,जिला प्रशासन इतनी हमदर्दी क्योंजता रहा है ।नाली ठेकेदार द्वारा करोड़ों रुपए की नाली में इतने घटिया गुणवत्ता एवं मापदंड विहीन बनाने के बावजूद ठेकेदार पर कार्यवाही नहीं करना भ्रष्टाचार की बू नजर आ रही है ।पत्थलगांव के जागरूक युवाओं ने एनएच विभाग की करोड़ों की बन रही नाली के स्टीमेट एवं मापदंडों के लिए विभाग के ऑफिस पर जन सूचना अधिकार लगाने की बात कही है। जिसके बाद नाली निर्माण के मापदंडों का खुलासा किया जाना बताया जा रहा है ।