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प्रधानमंत्री मोदी का विपक्ष पर तंज कहा – मोदी है, मौका लीजिए.. विपक्ष के लोगों को परजीवी के तर्ज पर बताया आंदोलनजीवी

हिंद शिखर न्यूज़ ।  राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने विपक्षी सांसदों पर अपने खास अंदाज में पलटवार किया। भारत के लोकतंत्र पर सवाल उठाने को लेकर खासकर तृणमूल के सांसद डेरक ओ ब्रायन और कांग्रेस सांसद बाजवा को भाषण और नाम का जिक्र कर उन्होंने कुछ ऐसा कहा कि खुद बाजवा मुस्कुरा पड़े। मोदी ने कहा कि विपक्षी सांसदों ने चर्चा के दौरान लोकतंत्र पर उपदेश दिए, लेकिन वह उनसे सहमत नहीं हैं। विपक्षी सांसदों से पीएम ने कहा कि मोदी है मौका लीजिए।
पीएम मोदी ने तंज कसते हुए कहा- पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के कारण आप लोग फंसे रहते होंगे, घर में भी किचकिच होती रहती होगी, लेकिन आपने सारा गुस्सा मेरे ऊपर निकाल दिया तो आपका मन भी हल्का हुआ। मैं आपके लिए काम आया, ये मेरा सौभाग्य मानूंगा। ये आनंद आप लगातार लेते रहिए और मोदी है, मौका लीजिए।

पीएम मोदी ने कसा ‘फूफी’ वाला तंज
पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का एक कथन पढ़ा जिसमें उन्‍होंने कृषि से जुड़े एक बड़े बाजार की वकालत की थी। मोदी ने कहा, ‘मजा ये है जो लोग पॉलिटिकल बयानबाजी करते हैं उछल-उछल के, उनकी सरकारों ने भी अपने-अपने राज्‍यों में थोड़ा-बहुत तो किया ही है। किसी ने कानूनों की मंशा पर सवाल नहीं उठाए हैं। शिकायत ये है कि तरीका ठीक नहीं था… जल्‍दी कर दिया… ये रहता है। वो तो परिवार में शादी होती है तो फूफी नाराज होकर कहती है.. मुझे कहां बुलाया.. वो तो रहता है… इतना बड़ा परिवार है तो वो तो रहता ही है।’

गुलाम नबी आजाद पर कसा G-23 वाला तंज
-पीएम मोदी ने सदन में गुलाम नबी आजाद की प्रशंसा करते हुए उनपर तंज भी कसा। पीएम मोदी ने कहा कि गुलाम नबी जी ने कई मसलों पर सरकार की प्रशंसा की, लेकिन मुझे डर है कि उनकी पार्टी इसे G-23 के संबंध में ना ले ले।
पीएम बोले- आंदोलनजीवी परजीवी होते हैं
पीएम मोदी ने राज्यसभा में बोलते हुए कहा- ‘हम लोग कुछ शब्‍दों से बड़े परिचित हैं। श्रमजीवी, बुद्धिजीवी, ये सारे शब्‍दों से परिचित हैं, लेकिन मैं देख रहा हूं कि पिछले कुछ समय से इस देश में एक नई जमात पैदा हो गई है और वो है आंदोलनजीवी। ये जमात आप देखोगे वकीलों का आंदोलन है, वहां नजर आएंगे… स्‍टूडेंट का आंदोलन है वो वहां नजर आएंगे… मजदूरों का आंदोलन है वो वहां नजर आएंगे… कभी पर्दे के पीछे कभी पर्दे के आगे। ये पूरी टोली है जो आंदोलनजीवी है। वो आंदोलन के बिना जी नहीं सकते हैं। हमें ऐसे लोगों को पहचानना होगा। ये आंदोलनजीवी दरअसल परजीवी होते हैं।’

बस एक कदम बाकी और बाजवा 84 तक पहुंच जाएंगे
बाजवा को सुनाते हुए पीएम मोदी ने कहा- कांग्रेस के बाजवा साहब काफी अच्छा बता रहे थे। इतना लंबा खींचकर बता रहे थे कि मुझे लग रहा था कि बस थोड़ी देर में ये इमर्जेंसी तक पहुंच जाएंगे। मुझे लग रहा था क बस एक कदम बाकी है और वह 84 तक पहुंच जाएंगे। लेकिन वह बहां तक नहीं पहुंचे। खैर कांग्रेस देश को बहुत निराश करती है, आपने भी बहुत निराश किया ।
पीएम मोदी ने विपक्षी सांसदों के भाषण पर जमकर चुटकी ली। डेरेक ओ ब्रायन के शब्दों का जिक्र कर मोदी ने कहा कि मुझे लग रहा था कि वे बंगाल की बात बता रहे हैं या फिर देश की बात बता रहे हैं। स्वाभाविक है कि वहां जो देखते-सुनते हों वहां की बात गलती से यहां बता दी हो।

राष्ट्रपति का अभिभाषण सुन लेते तो अच्छा होता
अपने संबोधन की शुरुआत में राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद को धन्‍यवाद देते हुए पीएम मोदी ने विपक्षी दलों पर तंज कसा। उन्‍होंने कहा, ‘अच्‍छा होता कि अगर सभी सदस्‍य राष्‍ट्रपति जी का भाषण सुन पाते, लेकिन फिर भी राष्‍ट्रपति जी का अभिभाषण इतना शक्तिशाली था कि लोगों तक पहुंच गया।’

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