कलेक्टर रणवीर शर्मा के निर्देश पर जांच टीम पहुंची जजावल, ग्रामीणों के बयान में राशन कार्ड के नाम पर ज्यादा पैसे लिए जाने के आरोपों की हुई पुष्टि..ग्रामीणों ने सरपंच पति के द्वारा जांच को प्रभावित करने का लगाया आरोप.. जांच दल के सामने खुलकर कहीं अपनी व्यथा

सूरजपुर।ग्राम पंचायत जजावल में राशन कार्ड बनाने ने बदले 100 से 200 रुपये व आवेदन फॉर्म के बदले 20 रुपये की वसूली की खबर प्रकाशित करने के बाद जांच टीम जजावल पहुंची जहां कई ग्रामीणों के बयान में आरोपो की पुष्टि हुई है।बीपीएल राशन कार्डधारकों को राशन नहीं देने के मामले की भी जांच हुई।
गौरतलब है कि हिंद शिखर ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित करते हुए बताया था कि बीपीएल राशन कार्ड निःशुल्क और एपीएल कार्ड के बदले 10 रुपये शुल्क लेना है लेकिन यहां 200 रुपये तक की वसूली की जा रही है,इतना ही नहीं फॉर्म के बदले भी 20 रुपये लोई जा रहे हैं।मामला प्रतापपुर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत जजावल में सामने आया है,सरपंच पर आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने इसके लिए एक लड़का भी पंचायत भवन में बैठा दिया है।
गौरतलब है कि जिन परिवारों के राशन कार्ड नहीं बन पाए थे उनके नाम जोड़ने फॉर्म भराये जा रहे हैं,एपीएल और बीपीएल परिवारों के कार्ड बनने हैं और फॉर्म पंचायत को हितग्राहियों से लेकर जनपद कार्यालय मरण जमा करना है।बीपीएल परिवारों से इसके लिए कोई शुल्क नहीं लेना है लेकिन एपीएल के लिए यह प्रति कार्ड दस निर्धारित है।अब प्रतापपुर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत जजावल की बात करें तो प्रति कार्ड 200 रुपये तक वसूलने की बातें सामने आ रहीं हैं।मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय सरपंच ने पंचायत भवन में एक लड़का बैठा दिया है जो हितग्राहियों से फॉर्म जमा करा रहा है, इसके बदले वह किसी से 100 तो किसी से 200 रुपये की वसूली कर रहा है।इतना ही नहीं वह फॉर्म के बदले 20 रुपये अलग से ले रहा है जबकि सभी दस्तावेज हितग्राही स्वयं जमा कर रहा है।स्थानीय ग्रामीणों में इसे लेकर नाराजगी है और वे सरपंच व उसके पति पर वसूली का आरोप लगाते हुए कार्यवाही की मांग कर रहे हैं।
बीपीएल परिवारों का अगस्त माह का राशन गायब
मिली जानकारी के अनुसार यहां सरकारी उचित मूल्य दुकान का संचालन ग्राम पंचायत द्वारा किया जा रहा है,अगस्त माह का एपीएल कार्डधारियों का राशन तो नहीं आया है लेकिन बीपीएल कार्डधारियों के राशन का आबंटन आ गया था।संचालक ने कुछ लोगों को तो राशन दिया लेकिन 80 से ज्यादा परिवारों को राशन नहीं दिया और यह गोदाम में है भी नहीं।आरोप लग रहे हैं कि संचालक ने राशन की हेराफेरी की है जिसे लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है।इसी तरह पिछले महीने शक़्कर की हेराफेरी की बातें भी कहीं जा रही हैं जो जांच के बाद ही सामने आएगा।
खबर के बाद कलक्टर सूरजपुर रणवीर शर्मा के निर्देश पर जांच टीम जजावल पहुंची थी।इस दौरान उन्होंने 15 से 20 हितग्राहियों का बयान लिया जिसमें दुकान संचालक के द्वारा पैसा लेना सही पाया गया। ग्रामीण गुलाब सिंह, महावीर सिंह, रुपन, मोहर साय, बिफल/शिवमंगल, प्रभू यादव,रामनरेश, उमपेनद्रपाल, कुलदीप पाल, जयकरण, रामजीत, अतवार साय, राम प्यारी, दिनेश, फूलकेशवर,सोनकुवर,चवरसाय सहित अन्य हितग्राहियों की बयान में सभी आरोपों की पुष्टि हुई है तथा कार्ड धारकों को राशन नहीं देने के मामले की भी जांच की गई।जांच के दौरान सरपंच पति के द्वारा जांच को प्रभावित करने का भी कोशिश किया गया लेकिन ग्रामीणों ने जांच टीम के साथ खुलकर अपनी व्यथा बताई।आगे की कार्यवाही जांच प्रतिवेदन के अनुसार कलेक्टर सुरजपुर करेंगे।