बीट गार्ड की अनुपस्थिति से सागौन तस्करों की चांदी, वहींं हाथी पहुंचा रहे हैं ग्रामीणों को जान और माल का नुकसान
कुनकुरी//कुंजारा -: वन परिक्षेत्र कुनकुरी का बीट कुंजारा जहां बीट गार्ड मुख्यालय में रहना पसंद नही करते वहां सागौन तस्करों की मौज हो रही है एक ओर जंगल कम हो रहे हैं दूसरी ओर हाथी कृषकों के लिए सरदर्द बन गए हैं अकेले ग्राम कुंजारा में ही हाथियों ने बीते दो दिनों में 3 किसानों की फसलों सहित पम्प हाउस को तहस नहस कर दिया है!!
प्राप्त सूत्रों के हवाले से खबर खास यह है कि कुंजारा मुख्यालय में बीट गार्ड के न होने का खामियाजा न सिर्फ वन विभाग उठा रहा है बल्कि सागौन तस्करों की भी चांदी हो गयी है आज सुबह नौ बजे तस्करों ने न सिर्फ 3 सागौन के पेड़ काट डाले बल्कि दिन दहाड़े कंधों पर ढो कर उसे ठिकाने भी लगा दिया जब तक वन विभाग के अधिकारियों को भनक लगती तब तक कहानी शुरू होकर खत्म हो चुकी थी और वन कर्मियों के हाथ सिर्फ लॉलीपॉप आया!!
स्टेट हाइवे से लगे लगभग 30 मीटर की दूरी के तीन पेड़ देखते ही देखते ठूंठ में तब्दील हो गए और विभाग को पता नही चला सुनने में अटपटा लगता है कि इतना चुस्त दुरुस्त विभाग जहां सम्वेदनशील अफसरों की भरमार है वहां इस तरह की घटनाएं हो जाती है और किसी को भनक तक नही लगती!!
कुंजारा के किसान वीरान आंखों से अपने खेतों को तबाह होते देख रहे हैं उग्र हाथियों का दल हर शाम 4 बजे जंगलों से निकल इंसानी बस्तियों के बिल्कुल 200 मीटर की दूरी पर आकर किसानों की मेहनत पर पानी फेर रहे हैं और ग्रामीण किंकर्तव्यविमूढ़ की स्थिति में बस उन्हें निहार रहे हैं वन अधिकारी कर्मचारी हाथियों के जाने के बाद कई कॉल करने उपरांत मुआवजा प्रकरण बनाने पँहुच रहे हैं जिसका 50 हजार का नुकसान है उसे 5 हजार प्रकरण बनाकर दिया जा रहा है उसमें भी …….%……का जुगाड़ एडवांस रखना जरूरी है अन्यथा चक्कर काटते रहिए!!
ग्रामीण अपनी फसल बचाने अब अपने स्तर पर प्रयास करेंगे या ये कह लें हाथियों से अपनी फसल बचाने उनसे आमने सामने की भिड़ंत होगी जिसमें इंसान मरे तो कोई दिक्कत नहीं लेकिन अगर हाथी मर जाये तो विभाग की पूरी बटालियन उक्त जगह पँहुच जाएगा साथ मे कुछेक जनप्रतिनिधि मंडल भी शोक व्यक्त करने अपराधियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग लेकर धरने पर बैठ जाएंगे!!
खबर लिखे जाने तक विभाग की ओर से उक्त मुठभेड़ को रोकने कोई कार्ययोजना नही बनाई गई थी!!