अम्बिकापुर

बच्चे को मारने नारज पति ने गला दबाकर की पत्नी की हत्या गांधीनगर पुलिस की त्वरित कार्रवाई, आरोपी पति गिरफ्तार

अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में गांधीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। बच्चे से मारपीट करने की बात पर हुए पारिवारिक विवाद में एक पति ने अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी। गांधीनगर पुलिस ने इस जघन्य अपराध में तत्परता दिखाते हुए आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है और उसके विरुद्ध सख्त वैधानिक कार्यवाही की गई है।
यह घटना ग्राम डिगमा सहादनपारा की है। दिनांक 05/10/25 को ग्राम डिगमा की सरपंच प्रीति सिंह ने गांधीनगर थाने में मर्ग इंटीमेशन रिपोर्ट दर्ज कराई कि, डिगमा सहादनपारा निवासी शीला सोन्हा की 04/10/25 को शाम करीब 6:00 बजे अज्ञात कारणों से मौत हो गई है और उनका शव घर के बिस्तर पर पड़ा मिला है। इस सूचना के आधार पर, पुलिस ने मर्ग इंटीमेशन क्रमांक 91/2025 धारा 194 बी.एन.एस.एस. के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

पुलिस टीम ने तत्काल घटनास्थल का निरीक्षण किया, शव पंचनामा की कार्यवाही की, और प्रार्थी व गवाहों के बयान दर्ज किए। मृतिका के शव का पोस्टमार्टम कराया गया, जिसकी क्यूरी रिपोर्ट में डॉक्टर द्वारा स्पष्ट रूप से मृत्यु की प्रकृति हत्यात्मक (Homicidal) बताई गई।
मर्ग जांच और बयानों के आधार पर पुलिस ने पाया कि घटना दिनांक 04/10/25 की शाम को मृतिका शीला सोन्हा अपने छोटे बच्चे के साथ मारपीट कर रही थी। इसी बात को लेकर मृतिका का पति उमाशंकर सोन्हा (उम्र 33 साल, पिता रामरूच सोन्हा, निवासी डिगमा सहादनपारा) अत्यंत आवेशित हो गया। उसने अपनी पत्नी को गाली गलौज करते हुए गला दबाकर जमीन पर पटक दिया, जिसके कारण शीला सोन्हा की मौके पर ही मौत हो गई।
मर्ग जांच में हत्या का मामला साबित होने पर, आरोपी उमाशंकर सोन्हा के विरुद्ध गांधीनगर थाने में अपराध क्रमांक 578/25 धारा 103(1) बी.एन.एस. (भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धारा) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया।
आरोपी को हिरासत में लेकर की गई पूछताछ में, उमाशंकर सोन्हा ने बच्चों से मारपीट की बात पर नाराज होकर अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या करना स्वीकार कर लिया। अपराध सिद्ध पाए जाने पर, पुलिस ने आरोपी को तत्काल गिरफ्तार कर लिया और उसे माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।
गांधीनगर पुलिस द्वारा गंभीर अपराधों में लगातार की जा रही सख्त कार्यवाही का यह एक और उदाहरण है। इस संपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक प्रदीप जायसवाल, उप निरीक्षक नवल किशोर दुबे, सहायक उप निरीक्षक वीरेंद्र कुजूर, महिला आरक्षक प्रियारानी, आरक्षक राजकुमार यादव, कसमुद्दीन अंसारी, और गीता प्रसाद की टीम सक्रिय रही।

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