लखनपुर

अमेरा खदान विस्तार को लेकर तनाव, ग्रामीणों का आरोप- LCC कंपनी ने मारपीट की, खड़ी फसल और आस्था स्थल किया बर्बाद.. पुलिस से कार्रवाई की मांग

ग्रामीणों का आरोप ग्राम सभा प्रस्ताव खुला उल्लंघन ,जबरन अमेरा खदान का किया जा रहा विस्तार ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा हम अपनी जमीन नहीं देंगे ,नौकरी मुआवजा नहीं चाहिए

लखनपुर । सरगुजा जिले के लखनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत संचालित SECL अमेरा खदान विस्तार को लेकर ग्रामीणों का विरोध ने हिंसक रूप ले लिया है। अपनी जमीन को बचाने ग्रामीण जान लेने और देने की बात करने लगे हैं। परसोडी कला के ग्रामीण बड़ी संख्या में लखनपुर थाने पहुंच एलसीसी कंपनी के कर्मचारियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कार्यवाही की मांग की है। जानकारी के मुताबिक SECL अमेरा खदान के द्वारा खदान विस्तार को लेकर मिट्टी खुदाई का कार्य गुजरात के एलसीसी कंपनी को ठेके पर दिया गया है। बुधवार को LCC कंपनी द्वारा परसोडी कला की सीमा पर पोकलेन मशीन से मिट्टी खुदाई के कार्य प्रारंभ किया गया था। इसी दौरान एलसीसी कंपनियों के कर्मचारी और ग्रामीणों के बीच विवाद उत्पन्न हो गया आरोप है कि विरोध कर रहे ग्रामीणों के द्वारा पत्थर बाजी कर गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई साथ ही पोकलेन ऑपरेटर और मैनेजर राघवेंद्र पांडे के साथ मारपीट किया गया था। एरिया जनरल मैनेजर बिश्रामपुर के साथ एनसीसी कंपनी के मैनेजर और घायल ऑपरेटर ने लखनपुर थाने पहुंच रिपोर्ट दर्ज कराया है। वही खदान विस्तार का विरोध कर रहे बड़ी संख्या में ग्रामीण 2 अक्टूबर दिन गुरुवार की दोपहर लगभग 1 बजे लखनपुर थाने पहुंचे और एलसीसी कंपनी के मैनेजर सहित कर्मचारियों के खिलाफ मारपीट गाली गलौज करने के संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराने आवेदन दिया है ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि अमेरा खदान विस्तार में मिट्टी खुदाई कार्य कर रहे एलसीसी कंपनी के कर्मचारियों के द्वारा बुधवार की दोपहर लगभग 3 बजे परसोडी कला के महिलाओं को जबरन गाली गलौज करते हुए हाथापाई कर मारपीट किया है। गांव की महिला उर्मिला के हाथों में चोट लगी है। साथ ही उनका आरोप है कि एलसीसी कंपनी के कर्मचारी अपने ही गाड़ी में तोड़फोड़ किए और गांव वालों को फसा रहे हैं। परसोडी कला गांव के ग्राम सभा द्वारा जल जंगल जमीन और खेतों को किसी भी हालत में नहीं देने का प्रस्ताव पूर्व में दिया जा चुका है। अमेरा खदान द्वारा ग्राम सभा प्रस्ताव का खुला उल्लंघन कर खदान के कर्मचारियों के द्वारा धान के खड़ी फसल को जबरन खनन कर बर्बाद कर दिया गया । पूर्व में खदान के कर्मचारियों के द्वारा जेसीबी मशीन से उनके सार्वजनिक तालाब जिसमें सिवरिया देवता स्थान को भी तहस-नस कर दिया गया। यह तालाब आदिवासी समाज के आस्था जुड़ा है।SECL अमेरा द्वारा उसे नष्ट कर दिया गया। गांव के आदिवासी महिलाये पुरुष और बच्चे अपनी सिवान स्थल की रक्षा कर रहे थे। ग्रामीणों को साफ कहना है कि हम अपनी जमीन किसी भी कीमत पर नहीं देंगे ना ही हमें नौकरी और मुआवजा चाहिए। ग्राम सभा प्रस्ताव का उल्लंघन करते हुए SECL अमेरा द्वारा जबरन खदान का विस्तार परसोडी कला गांव की ओर किया जा रहा है। ग्रामीणों ने एलसीसी कंपनी के राघवेंद्र पांडे और उनके कर्मचारियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है।

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