अम्बिकापुर

क्रिकेट सट्टे में करोड़ों के अवैध लेनदेन के लिए फर्जी खाता खुलवाने वाला गिरफ्तार, अब तक 13 आरोपी पकड़े गए

अंबिकापुर: सरगुजा पुलिस ने क्रिकेट सट्टे के करोड़ों के अवैध लेनदेन में शामिल एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सरगुजा के निर्देश पर थाना कोतवाली पुलिस टीम द्वारा की गई है। इस मामले में पहले ही 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिससे अब तक कुल 13 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।
गिरफ्तार किए गए आरोपी प्रतीक कश्यप (27 वर्ष, निवासी मायापुर, अंबिकापुर) ने मोटी रकम के बदले अपना बैंक खाता खुलवाकर अन्य आरोपियों को आपराधिक गतिविधियों से अर्जित रकम के लेन-देन के लिए इस्तेमाल करने हेतु दिया था। पुलिस के अनुसार, इस खाते का उपयोग सट्टा खेलने और खिलवाने में किया जा रहा था।
यह मामला 13 जनवरी, 2025 को तब सामने आया, जब थाना प्रभारी कोतवाली को मुखबिर से सूचना मिली कि सुधीर गुप्ता, सरगुजा साइकिल स्टोर के सामने अपने घर के एक कमरे में ऑफिस बनाकर, टीवी सेटअप लगाकर क्रिकेट मैच में ऑनलाइन सट्टा खेलवा रहा है। सूचना को गंभीरता से लेते हुए, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सरगुजा श्री राजेश कुमार अग्रवाल (भा.पु.से.) ने तत्काल सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।
इसके बाद, थाना कोतवाली और साइबर सेल पुलिस टीम ने मौके पर छापा मारा। छापे के दौरान तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और लाखों-करोड़ों रुपये की सट्टे की सामग्री बरामद की गई। पुलिस टीम ने इस मामले में पूर्व में 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिनमें मुख्य रूप से राहुल अग्रवाल उर्फ विक्की (27 वर्ष, बिलासपुर चौक, मणीपुर), श्रीकांत अग्रवाल (46 वर्ष, महामाया रोड, अंबिकापुर), राहुल कुमार सोनी (23 वर्ष, चांदनी चौक, अंबिकापुर), अर्जुन गुप्ता (20 वर्ष, शिकारी रोड, अंबिकापुर), सुधीर गुप्ता (38 वर्ष, सदर रोड, अंबिकापुर), सौरभ यादव उर्फ भोलु (20 वर्ष, नमनाकला, अंबिकापुर), साहिल गुप्ता (21 वर्ष, देवीगंज रोड, अंबिकापुर), अमन करारिया (26 वर्ष, नमनाकला, अंबिकापुर), सोम गुप्ता उर्फ लालु (26 वर्ष, देवीगंज रोड, अंबिकापुर), अम्मी गिरी (23 वर्ष, बोंदिया दरीपारा, सूरजपुर), सौरभ गुप्ता (24 वर्ष, मायापुर, अंबिकापुर) और अंकित गुप्ता (25 वर्ष, चांदनी चौक, अंबिकापुर) शामिल हैं। इन सभी को थाना कोतवाली के अपराध क्रमांक 38/25 धारा छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम की धारा 7, 8 एवं 336(3), 338, 61(2), 340(2) बी. एन. एस. के तहत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया था।

जांच जारी, और खुलासे की उम्मीद:

पुलिस के अनुसार, इस प्रकरण में आरोपियों द्वारा संगठित रूप से कई व्हाट्सएप समूह बनाकर, फर्जी सिम, फर्जी खातों, हवाला और क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से विनबज और स्काईएक्सचेंज जैसे प्लेटफार्मों से सट्टा खिलाए जाने के गंभीर साक्ष्य मिले हैं। मामले में अग्रिम जांच और विवेचना जारी है, जिससे और भी खुलासे होने की उम्मीद है।

पुलिस टीम का योगदान:

इस पूरी कार्रवाई में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक मनीष सिंह परिहार, साइबर सेल से सहायक उप निरीक्षक अजीत मिश्रा, सहायक उप निरीक्षक विनय सिंह, सहायक उप निरीक्षक अभिषेक दुबे, प्रधान आरक्षक भोजराज पासवान, प्रधान आरक्षक सुधीर सिंह, आरक्षक वीरेंद्र पैकरा, अनुज जायसवाल, रमेश राजवाड़े, अशोक यादव, लालदेव पैकरा, जितेश साहू और मनीष सिंह का सक्रिय योगदान रहा।

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