आज फिर मिला एक हाथी का शव….. प्रतापपुर वन परिक्षेत्र में लगातार 2 दिनों में तीन हाथियों के शव मिलने से सनसनी ….. हाथियों की मौत स्वाभाविक है या कोई साजिश ?
![](https://hindshikhar.com/wp-content/uploads/2020/06/IMG-20200610-WA0022.jpg)
पोड़ी मोड़-प्रतापपुर।सूरजपुर जिले अंतर्गत प्रतापपुर वनपरिक्षेत्र के ग्राम गणेशपुर में आज सुबह प्यारे हाथी के 18 दल में से एक और हाथी के मरने से पूरा वन विभाग में हड़कंप मच गया है। यह घटना ठीक उसी जगह घटित हुई है, जहां पर कल एक हथिनी मृत मिली थी। एक दिन के अंतराल में ही हाथी के मरने की इस दूसरी घटना से पूरा वन अमला हिल चुका है। लगातार दूसरे दिन दो हाथी के एक ही जगह मरने की इस घटना से वन विभाग के आला अधिकारी सकते में है।
प्रतापपुर वन परिक्षेत्र में पिछले दो दिनों में गर्भवती हथिनी सहित तीन हाथियों की मौत से वन विभाग सकते में है।
मिली जानकारी के अनुसार बीती रात 18 हाथियों के दल में से फिर एक और हाथी की मौत हो गई है। आज हाथी का शव उसी स्थान पर मिला है, जहां पर कल एक हथिनी का शव मिला था। मृत हाथी प्यारे दल का ही एक सदस्य है, जो इस समय प्रतापपुर परिक्षेत्र के मध्य विचरण कर रहा है। यह भी जानकारी मिल रही है कि इस मृत हाथी के समीप दल के अन्य सदस्य मौजूद है और वे लगातार चिंघाड़ते हुए आसपास डटे हुए है।
पिछले दो दिनों में दो हाथी व गर्भ में पल रहे मादा शावक कुल मिलाकर तीन हाथी की मौत से हाथी संरक्षण की दिशा में किये जा रहे प्रयासों को करारा झटका मिला है। इस प्रकार हाथी की मौत को लेकर वन विभाग के साथ आसपास क्षेत्र के ग्रामीण भी भयभीत है, उन्हें आशंका है कि दो हाथियों की मौत के बाद हाथियों की कब्रगाह बनते जा रहे आरएफ 42 में अब हाथियों का कई दिनों तक जमावड़ा रहेगा और यह क्षेत्र इंसानों के आवागमन के लिए अभी कुछ दिनों तक सुरक्षित नहीं रहेगा। ग्रामीणों के अनुसार अभी घटनास्थल के पास स्थानीय वन अमला पहुंच चुका है।फिलहाल पिछले दो दिनों में गर्भवती हथिनी सहित कुल 3 हाथी की मौत के बाद पूरा वन अमला सकते में आ गया है।