विभागीय उपेक्षा का शिकार बना पोस्टमार्टम कक्ष लंबी दूरी तय कर शव का पीएम कराने वनांचल क्षेत्र के ग्रामीण मजबूर
लखनपुर । पोस्टमार्टम कक्ष कितना महत्वपूर्ण होता है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पुलिस सबसे पहले शव का पंचनामा भरकर उसे पीएम यानी पोस्टमार्टम के लिए भेजती है लेकिन लखनपुर विकासखंड के ग्राम कुन्नी में जंगलों के बीच जिस उद्देश्य पोस्टमार्टम भवन बनाया गया वह विभागीय लापरवाही की भेंट चढ़ गया और भवन निर्माण के बाद से यहां अब तक एक भी पोस्टमार्टम नहीं किया गया है। दरअसल लखनपुर विकासखंड के कई ऐसे गांव है जो दूरस्थ जंगलों में स्थित है जहां लोगो को पोस्टमार्टम कराने के लिए करीब 40 से 50 किलोमीटर दूरी का सफर तय कर लखनपुर के ग्राम जूनाडीह स्थित चीरघर में शव पोस्टमार्टम कराने आना पड़ता है। सुदूर होने के चलते ग्रामीणों को 100 का पीएम कराने के लिए अनेकों प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है साथ ही इसके लिए ग्रामीणों को अतिरिक्त आर्थिक खर्च भी उठाना पड़ता है। जिसे देखते हुए सुविधा के लिए ग्राम पंचायत कुन्नी में 6 से 7 वर्ष पूर्व नदी के समीप लगभग 3 लाख रुपए की लागत से पोस्टमार्टम कक्ष का निर्माण कराया गया।जिससे वनांचल क्षेत्र के लोगों को सुविधा मिल सकेगी और अतिरिक्त खर्च न करना पड़े। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से पोस्टमार्टम कक्ष का संचालन ही नहीं हो सका और यही कारण है कि आज भी लोग पोस्टमार्टम कराने के लिए 40 से 50 किलोमीटर का सफर तय कर लखनपुर पहुंचते है। बहर हाल करीब तीन लाख की लागत से बने पोस्टमार्टम भवन अब जर्जर हालत में हो चुका है और ग्रामीणों ने भी अपनी आंखें बंद कर ली है। वह भी बेबस होकर पोस्टमार्टम कराने के लिए लखनपुर जाते हैं। इस संबंध में स्थानीय ग्रामीण त्रिवेणी यादव के द्वारा बताया गया कि विभाग के द्वारा बनाए गए इस पोस्टमार्टम कक्ष बनने के बाद से ही बंद पड़ा हुआ है जिसे लेकर गांव के सरपंच सहित अन्य ग्रामीणों ने इसे संचालित करने की मांग भी उठाई लेकिन जिले के जिम्मेदार अधिकारियों ने इस ओर ध्यान देना उचित नहीं समझा।अन्य ग्रामीणों का आरोप है कि अगर डॉक्टर यहां रहते तो निश्चित रूप से पोस्टमार्टम यहीं पर होता और लोगों को 40 से 50 किलोमीटर का सफर तय कर लखनपुर नहीं जाना पड़ता लेकिन विडंबना है कि आज भी लोगों को पोस्टमार्टम के लिए लंबा सफर तय करना पड़ रहा है।
कुन्नी सरपंच मंगल साय राठिया
इस संबंध में ग्राम पंचायत कुन्नी के सरपंच मंगल साय राठिया के द्वारा बताया गया लगभग 6 से 7 वर्ष पूर्व यह भवन का निर्माण हुआ है। पोस्टमार्टम भवन का निर्माण तो हुआ परंतु डॉक्टरों नही होने से आज तक एक भी शव का पीएम नहीं हो सका है जिसे लेकर मेरे द्वारा पूर्व में विभागीय अधिकारियों को पोस्टमार्टम भवन को संचालित कर सव परीक्षण कराए जाने की मांग की गई थी।
लुंड्रा विधायक डॉ प्रीतम राम
इस संबंध में लुंड्रा विधायक डॉ प्रीतम राम से चर्चा करने पर उनके द्वारा कहा गया कि कुन्नी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एमबीबीएस डॉक्टर नहीं होने की वजह से स्वास्थ्य परीक्षण नहीं हो रहा था सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बीएमओ को पत्र जारी कर कुन्नी पोस्टमार्टम कक्ष में ही शव का परीक्षण कराया जायेगा। कुन्नी पोस्टमार्टम कक्ष में शव परीक्षण कराने के लिए ग्रामीण तथा कुन्नी पुलिस बीएमओ से संपर्क कर सकते।