निर्धारित दर से ज्यादा राशि लेने एवं बेड खाली होने के बावजूद कोरोना मरीज को गलत जानकारी देने पर रायपुर के 3 बड़े अस्पतालों पर कार्यवाही
छत्तीसगढ़ में इन दिनों कोरोना संक्रमण अपने चरम पर है प्रतिदिन हजारों की संख्या में नए मरीजों का मिलना जारी है . मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है हालात यह है कि कई जगह बेड कम है तो कहीं ऑक्सीजन की कमी है. सरकारी अस्पतालों में दावों के विपरीत सफाई एवं अन्य सुविधाओं का हाल बेहाल है ऐसे में लोग इलाज के लिए निजी अस्पतालों की ओर रुख कर रहे हैं . निजी अस्पताल भी कोरोना आपदा को अवसर मानकर मरीजों से अनाप-शनाप राशि इलाज के नाम पर ले रहे है. जबकि राज्य सरकार कोरोना के इलाज के लिए रेट एवं रिक्त बेड के संबंध में निर्देश जारी कर चुकी है । फिर भी निजी अस्पताल किसी की सुनने को तैयार नहीं है और वह अपने हिसाब से मरीजों से इलाज के नाम पर मोटी रकम वसूल रहे हैं साथ में रिक्त बेड गलत जानकारी दे रहे हैं किंतु अब शासन ने इन पर कार्यवाही करने का मन बना लिया है .
राज्य सरकार ने आदेश जारी किया था कि जो भी अस्पताल अपने संस्था में उपलब्ध बेड की जानकारी यदि मरीजों को गलत देंगे तो उनको विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी इसी क्रम में रायपुर जिले मे शिकायत के आधार पर कुछ अस्पतालों का निरीक्षण किया गया और तीन अस्पतालों पर कार्यवाही की गई बांठिया अस्पताल द्वारा मरीज से निर्धारित दर से अधिक राशि लिए जाने की शिकायत मिलने पर मरीज को शेष राशि लौटाई गई । अस्पताल ने मरीज 2 लाख 70 हजार रुपये लिए थे जबकि निर्धारित दर के अनुसार एक लाख 17 हजार की राशि लेनी थी शेष राशि 153000 मरीज को तुरंत वापस किए गए .इसी प्रकार बालाजी अस्पताल और हेरिटेज अस्पताल द्वारा मरीज को ऑक्सीजन बेड उपलब्ध नहीं है कहा गया जबकि बेड एबिलिटी पोर्टल में क्रमश 23 और 25 ऑक्सीजन बेड उपलब्ध थे इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी रायपुर द्वारा अस्पतालों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।