भाजपा कार्यकर्ताओं व महिला मोर्चा ने किया सांकेतिक धरना प्रदर्शन
पत्थलगांव। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर छत्तीसगढ़ प्रदेश कोरोना रोकथाम में बेअसर रहने का आरोप लगाते हुवे पत्थलगांव में भाजपा कार्यकर्ताओ ने सोशल डिस्टेंस अपनाते हुवे सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया।इस मौके पर पत्थलगांव भाजयुमो अध्यक्ष अवधेश गुप्ता ने बताया कि प्रत्येक बूथ में कार्यकर्ता सभी कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुये प्रदर्शन कर सोशल मीडिया के माध्यम से आईना दिखा रहे है।उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना के मरीज इलाज के लिए दर-दर भटक रहे हैं।कोविड के मरीजों को एडमिशन नहीं मिल पा रहा है। ऑक्सीजन युक्त बेड की कमी के कारण अधिकांश गंभीर मरीजों को भी होम आइसोलेट किया जा रहा है। प्रदर्शन कर कार्यकर्ताओ ने कहा की प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधा में अत्यधिक गिरावट ने लोगों को कोरोना रूपी काल कोठरी में धकेल दिया है।
पत्थलगांव के सांसद प्रतिनिधि अंकित बंसल ने कहा कि इस कोरोना काल में भी अधिकारी भ्रष्टाचार की कमीशन तले दबे नजर आ रहे हैं जिसका जीता जागता उदाहरण पत्थलगांव सिविल अस्पताल में 10 दिन के ऑक्सीजन की जगह 6 बेड़ का ही ऑक्सीजन बेड़ लगाकर मामले पर से पर्दा डाल दिया है जिसकी शिकायत सीएचएमओ से लेकर कलेक्टर तक की जा चुकी है लेकिन अधिकारी एक दूसरे पर थोपकर 4 बेड पर भ्रष्टाचार कर रहे हैं।
पत्थलगांव में भाजपा महिला मोर्चा ने प्रदेश की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था के विरुद्ध किया धरना प्रदर्शन, शोसल डिस्टेंसिग का किया गया पालनकोंग्रेस सरकार के कारण प्रदेश में कोरोना संबंधी उत्पन्न अव्यवस्थाओं के विरोध में नगर में भाजपा महिला मोर्चा ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन शनिवार के दोपहर 2 बजे से 3 बजे तक सब्जी मंडी के समीप तख्ती,पोस्टर व झंडा लेकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए प्रदर्शन किया। भाजपा महिला मोर्चा के मंत्री रेणु विश्वास, पुष्पा शर्मा, पूनम मिश्रा, उर्मिला पटेल, शिला गुप्ता ने धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान सभी ने भूपेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की । इस मौके पर रेणु विश्वास ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने में कांग्रेस की भूपेश सरकार पूर्णतः विफल है। प्रतिदिन संक्रमित व मृतकों के बढ़ते आंकड़े प्रबंधन की विफलता का प्रमाण है। प्रदेश सरकार ने भ्रष्टाचार की सारी हदें पार करके केवल अपने आर्थिक हितों के पोषण में लगी है और प्रदेश के कोरोना मरीजों के प्रति उसकी संवेदनाएं मर चुकी है। न डिस्टेंस,न सुविधा,न दवाई सिर्फ दावे हवा हवाई चल रहा है। उन्होंने कहा कि भूपेश सरकार ने शवों को कचरे की श्रेणी में ले आई है। ना बेड की व्यवस्था,ना वेंटिलेटर की व्यवस्था और ना ही शवों को रखने की व्यवस्था है।
भूपेश सरकार ने पैसों की लालच में विषम परिस्थिति (कोरोना महामारी) में सभी नियम कायदों को धता बता आमजन के जीवन को ही खतरे में डालते हुए रायपुर में मैच करवाकर सामुदायिक दूरी को ही नष्ट कर कोरोना वायरस जैसी घातक बीमारी को आमंत्रित करने का कार्य किए है । इसी का नतीजा है कि आज प्रदेश में कोरोना बेकाबू हो रहा है । वही जब कोरोना संक्रमण बेकाबू हो गया था तब प्रदेश के मुखिया असम में जाकर चुनावी सभा कर रहे थे । इस दौरान कार्यकर्ताओं ने झंडे, बैनर, नारे लिखे तख्ती के साथ सोशल फिजिकल डिस्टेंस एवं कानून का पालन करते हुए प्रदर्शन किया ।