तरका के ग्रामीणों ने कलेक्टर से की शिकायत, सरपंच सचिव पर लगाया 14 वां वित्त राशि के गमन का आरोप, सभी पंचायतों के जांच होने पर बड़ी राशि के गमन का हो सकता है खुलासा

लालचंद शर्मा हिन्द शिखर न्यूज़ भैयाथान:- विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत तरका के ग्रामीणों ने सरपंच सचिव पर 14 वां वित्त आयोग राशि में गमन करने का आरोप लगाते हुये कलेक्टर से शिकायत कर कार्यवाही की मांग किये हैं। ग्रामीणों अपने शिकायत में बताया है कि ग्राम पंचायत तरका के देवालय के पास ट्यूबवेल खनन के नाम पर 1.50 लाख, इमलीपारा में ट्यूबवेल खनन 1.50 लाख, खैरवार पारा में ढोढ़ी मरम्मत के नाम पर 1.94 लाख, पपराखाड़ पंडोपारा में ढोढ़ी मरंम्मत के नाम पर 64 हजार, शौचालय निर्माण की साफ सफाई व मरम्मत के नाम पर 54 हजार, महिला नहानी घर निर्माण के नाम पर 30 हजार, पपराखाड़ स्कूल के पास महिला नहानी घर के नाम पर 30 हजार, तरका में रास ढोढ़ी मरम्मत के नाम पर 64 हजार, पंचायत भवन रख रखाव व मरम्मत के नाम पर 35.26 हजार, स्टेशनरी व प्रशासकीय व्यय के नाम पर 50 हजार उक्त सभी कार्यों के नाम पर कुल 7.36,426 (सात लाख छत्तीस हजार चार सौ छब्बीस रुपये) का 14 वां वित्त आयोग के खाते से निकासी कर गमन किया गया है। और इसकी जानकारी ग्राम पंचायत के पंचों को नही दिया गया। इन सभी मामलों को लेकर ग्राम तरका के जनपद सदस्य हृदय सिंह, वार्ड पंच भीम सिंह, नीलेश सिंह, विकास यादव सहित अन्य ग्रामीणों ने कलेक्टर से शिकायत की है और जांच उपरांत कार्यवाही करने की अपील किये हैं।
ज्यादातर पंचायतों में होता है इस राशि का दुरुपयोग
जानकारों की माने तो सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों के विकास के लिए 14 वां वित्त में राशि प्रदाय की जाती है, पर सरपंच सचिव अधिकारियों से मिलीभगत कर इस राशि का जमकर बंदरबाट करते हैं। वर्ष 2016 में भारत सरकार द्वारा स्वक्ष भारत मिशन के तहत सभी ग्राम पंचायतों में शौचालय निर्माण कराने की जिम्मेदारी सरपंच सचिवों को सौंपी गयी थी। तथा इस निर्माण के लिये राशि भी अलग से प्रदान की जाती थी , इसके बाउजूद भी इस निर्माण में 14 वां वित्त के राशि का उपयोग किया गया और बताया गया कि शौचालय का राशि प्राप्त होने पर समायोजन कर दिया जाएगा। पर यह समायोजन मात्र कागजों तक ही सिमटकर रह गया और जिम्मेदार अधिकारियों के मिलीभगत से 14 वां वित्त के लाखों रुपये का बंदरबांट कर लिया गया ।
मुझे जानकारी नही
इस संबंध में मुख्यकार्यपालन अधिकारी आर.बी.तिवारी से बात की गई जिन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में मै भैयाथान में पदस्थ नही था इस लिए विगत वर्षों के कार्यों के बारे में जानकारी नही है जानकारी लेने के बाद ही कुछ बता पाऊंगा।