ख़रीदी केंद्रों से धान का उठाव न होने से खरीदी प्रभारी परेशान, कैसे दे पाएंगे जीरो शार्टेज ?

लालचंद शर्मा ,भैयाथान:- विकासखंड अंतर्गत आने वाले धान खरीदी केंद्रो से धान का उठाव न होने से सभी केंद्रों में धान के ऊंचे-ऊंचे स्टेजो का अंबार सा लगा हुआ है। अगर समय रहते इन केंद्रों से धान का उठाव नही किया गया तो निश्चित ही आने वाले दिनों में धान खरीदी प्रभारियों को सैकड़ों किवंटल धान शार्टेज होने का दंश झेलना पड़ेगा इस बात को लेकर खरीदी प्रभारी काफी चिंतित है। मिली जानकारी के अनुसार विकासखंड के केवरा, बंजा, भैयाथान, व शिवप्रसाद नगर धान खरीदी केंद्रों में कुल 217260.2 क्विंटल धान खरीदी हुई है जिसमें केंद्रों से मात्र 17244.4 क्विंटल धान का उठाव हुआ है। इस सत्र में बड़ी मात्रा में धान खरीदी होने के बाद भी धान उठाव को लेकर प्रशासन सुस्त है। अभी तक काफी धीमी गति से धान का उठाव किया गया है जिससे धान खरीदी केंद्रों में धान के स्टेज का अंबार सा लगा हुआ है। इन दिनों ख़रीदी प्रभारियों को बेमौसम बारिश होने से धान के भीगने की भी चिंता सता रही है वहीं दूसरी ओर खरीदी बंद होने के बाद चोरी की भी संभावनाएं बढ़ गई हैं। जिस बात को लेकर खरीदी प्रभारी काफी परेशान हैं । उनका कहना है कि क्या ऐसी स्थिति में जीरो शॉर्टेज दे पाना संभव होगा? लगता है इस रवैया से जिम्मेदारों को कोई सरोकार नहीं है। अगर कुछ समितियों को छोड़ दें तो अमूमन सभी समितियों में धान की शॉर्टेज बता दी जाती है जिससे शासन को आर्थिक क्षति उठानी पड़ती है इन तमाम पहलुओं से शासन कैसे उबरेगी। जानकारों की माने तो
अगर लंबे समय तक धान का उठाव नहीं होता है या इसी तरह कछुआ चाल से उठाव किया जाता रहा तो धान में सूखती,चोरी व बेमौसम बारिश से क्षति होने की आशंका बढ़ जाएगी। और शासन को करोङो की आर्थिक क्षति तो होगी ही साथ ही इसकी पूरी जिम्मेदारी खरीदी प्रभारीयों पर मढ़ दिया जाएगा।