शासकीय रानी दुर्गावती महाविद्यालय, वाड्रफनगर पर एक दिवसीय सेमिनार संपन्न
देवबर्सन सरूता । महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर शासकीय रानी दुर्गावती महाविद्यालय, वाड्रफनगर के इतिहास विभाग और राजनीति विभाग द्वारा संयुक्त रूप से एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार का प्रमुख विषय था, ” वर्तमान परिदृश्य में गांधीवादी विचारों की प्रासंगिकता”, जिसमें विभिन्न शिक्षाविदों, शोधार्थियों, विद्वानों और छात्रों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ महात्मा गांधी जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन और पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि डॉ तोयज शुक्ला ने अपने संबोधन में गांधी जी के सत्य, अहिंसा, और सर्वधर्म समभाव के सिद्धांतों पर चर्चा की और बताया कि किस प्रकार उनके विचार आज भी समाज में शांति, समता और न्याय की स्थापना में सहायक हो सकते हैं।
**मुख्य वक्ता** डॉ सुनील राम विभागाध्यक्ष इतिहास ने गांधी जी के विचारों की वर्तमान सामाजिक, राजनीतिक, और आर्थिक चुनौतियों के संदर्भ में प्रासंगिकता पर विस्तृत रूप से चर्चा की। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में बढ़ती हिंसा, असमानता, और पर्यावरणीय संकटों के समाधान के लिए गांधीवादी सिद्धांतों को अपनाने की अत्यधिक आवश्यकता है।
श्री रजनीकांत साहू राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष ने गांधीवादी विचारों के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए यह बताया कि कैसे गांधी जी के सिद्धांत आज के समय में शांति, अहिंसा और सामाजिक एकता को बढ़ावा दे सकते हैं।
सेमिनार के दौरान छात्रों ने गांधी जी के विचारों पर आधारित निबंध प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता और पोस्टर प्रदर्शनी में भाग लिया। विजेताओं को समापन सत्र में पुरस्कृत किया गया।
समापन सत्र में इतिहास विभागाध्यक्ष ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया और सेमिनार को सफल बनाने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि महात्मा गांधी के विचार आज भी हमारे लिए एक प्रेरणास्त्रोत हैं और उनके आदर्शों का पालन करना समाज के कल्याण के लिए अनिवार्य है।
यह सेमिनार महात्मा गांधी जी के सिद्धांतों और विचारों को समझने और उनके अनुपालन की आवश्यकता को रेखांकित करने वाला एक सफल प्रयास रहा। सेमिनार में महाविद्यालय के प्राध्यापक श्री जगदीश कुमार खुसरो, श्री कमलेश, अनुराग कश्यप, रेणुका शालिनी कुजूर, डॉ अनुराधा गुप्ता, श्री सेमंत मिश्रा आदि उपस्थित रहे।