कोरबा में लूट का आरोपी निकला कोरोना पॉजिटिव
विनोद शुक्ला कोरबा कोरबा दो दिन पहले कोरबा नगर में भी एक लूट की कथित घटना हुई थी। यह सब दिनदहाड़े होने की शिकायत मानिकपुर पुलिस से की गई और इसमें 95 हजार नगद और अन्य सामान लूटकर ले जाने का जिक्र किया गया। मारपीट किए जाने की बात भी पुलिस से की गई थी। फौरी तौर पर जांच में यह सब फर्जी पाया गया। मानिकपुर चौकी प्रभारी अशोक पांडेय ने बताया कि जो प्रार्थी था वही आरोपी निकला। जब उसकी जांच करायी गई तो वह कोरोना पॉजिटिव पाया गया। उसे सीपेट दर्री के कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया है।
हमला करने के साथ कथित रूप से 31 लाख रूपए लूट कर ले जाये जाने के मामले को शुरूआती जांच में बोगस पाया गया है। रिपोर्ट में रकम भी कम हो गई है। सैनिक कैंप के एक कर्मचारी से 10.30 लाख की रकम बरामद होने के साथ अब पुलिस ने जांच तेज कर दिए हैं। यहां के कई लोगों से आज दूसरे दिन पूछताछ की गई। पुलिस को इस प्रकरण में कई तथ्य मिलने की उम्मीद है।
लगातार दूसरे दिन पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा ने कोयलांचल दीपका में कैंप किया। प्रकरण की जांच के लिए जो टीम बनायी गई है, उसके सदस्य भी यहां पर उपस्थित रहे। एक दिन पहले ही मौके से कई दस्तावेज जप्त किए गए थे। घटनाक्रम के सिलसिले में सैनिक माइनिंग कैं प के असिस्टेंट कैशियर से प्रचारित की जा रही कुल रकम का 30 फीसदी हिस्सा बरामद हो गया। खबर यह भी है कि इससे पहले भी कई किश्तों में यहां से रकम पार हो चुकी थी। अंतिम रूप से बड़ी रकम पार करने के लिए इस तरह का नाटक रचा गया। पूरे प्रकरण पर बने आवरण को हटाने के लिए जांच काफी सूक्ष्मता से करने के दावे किए जा रहे है। कोयलांचल में पूर्व सैनिकों की कंपनियां कोयला ट्रांसपोर्ट और दूसरे काम में लगी हुई है। सैनिक माइनिंग कंपनी भी इन्हीं में से एक है, जिसमें काफी संख्या में एक्स सर्विसमेन और सिविलियन नियोजित हैं। कहा जा रहा है कि पिछली रात यहां जो कुछ हुआ और इस दौरान जो राशि पार हुई, उसे कर्मियों को वेतन के रूप में दिया जाना था। राशि के प्रकार और इसकी समय सीमा को लेकर ही संदेह जताया जा रहा था कि मामले में किसी गिरोह के बजाय जानकारों की भूमिका हो सकती है। पुलिस ने इस घटना को काफी हद तक सुलझा लिया है। इससे संबंधित सभी पक्षों को अनुसंधान की कड़ी में शामिल किया गया है। इसमें लगातार अपडेट हासिल करने के लिए कोशिश की जा रही है। पुलिस अधीक्षक मीणा ने घटना के दूसरे दिन यहां उपस्थिति दर्ज करायी। स्थानीय निरीक्षक हरिश टोंडेकर और जांच दल के अन्य सदस्यों को निर्देश देने के साथ जरूरी कार्रवाई करने को कहा गया।