रेल यात्रियों के लिए बड़ी खबर… अगले महीने से रेलवे चलाएगा 100 नई ट्रेनें… छठ पर घर जाना होगा आसान और सस्ता….
विनोद शुक्ला ब्यूरो चीफ हिंद-शिखर समाचार कोरबा- भारतीय रेल कोरोना काल में सभी स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करते हुए चलाई जा रही ट्रेनों की संख्या में अगले माह से और बढ़ोतरी करने की तैयारी में है।
अक्टूबर और नवंबर की संभावित यात्री संख्या को देखते हुए व्यस्ततम रूटों पर लगभग 100 और नई ट्रेन चलाई जा सकती है। इनमें अधिकांश गैर वातानुकूलित श्रेणी (सभी दर्जे) की होगी, जो त्योहारी सीजन में आम आदमी की यात्रा में मददगार होंगी।
रेलवे अभी स्पेशल श्रेणी की ट्रेनों के साथ 40 क्लोन ट्रेन चला रही है। अधिकांश क्लोन ट्रेन वातानुकूलित श्रेणी की है, जिसमें किराया ज्यादा होने की वजह से आम यात्री सफर नहीं कर पाता है। हालांकि इससे मूल ट्रेन पर दबाव कम हुआ है, लेकिन शयनयान और सामान्य श्रेणी में यात्रा करने वाले यात्रियों की दिक्कतें अभी बनी हुई है।
अक्टूबर और नवंबर महीने में बहुत सारे त्योहार हैं। इन महीनों में दुर्गा पूजा, दशहरा, दिवाली और छठ जैसे बड़े त्योहार होते हैं। ऐसे में अपने घरों से दूर काम करने गए लोग परिवार के साथ त्योहार मनाने के लिए अपने घर जाते हैं।
इसकी वजह से इन दो महीनों में यात्रियों की संख्या में काफी इजाफा हो जाता है। मांग में हुए इस इजाफे को मौजूदा ट्रेनों के जरिए पूरा नहीं किया जा सकता।
रेलवे ने जो 100 नई ट्रेनें चला रही है, उनमें अधिकतर गैर वातानुकूलित इसलिए रखी गई हैं, ताकि उनका किराया कम रहे। बता दें कि अभी रेलवे की तरफ से 40 क्लोन ट्रेनें चलाई जा रही हैं और इसमें अधिकतर ट्रेनें वातानुकूलित श्रेणी की हैं।
इस वजह से इन ट्रेनों का किराया थोड़ा अधिक है। ऐसे में आम आदमी को सफर करना महंगा पड़ रहा है। आम आदमी को किराए से राहत देने के लिए ही गैर वातानुकूलित ट्रेनें चलाई जा रही हैं।
रेलवे के मुताबिक, अगस्त 2019 के मुकाबले अगस्त 2020 में केवल 1.2 फीसदी यात्रियों ने ही ट्रेन से सफर किया है. इसकी सबसे बड़ी वजह लॉकडाउन के दौरान ट्रेनों का बंद रहना है. अभी भी रेलवे की महज 350 ट्रेनें ही पटरी पर हैं, जबकि आम दिनों में ये संख्या 12 हजार तक होती है. हालांकि, इन ट्रेनों में भी दर्जनों खाली ही चल रही हैं. इन ट्रेनों का ही खाली चलना रेलवे के लिए बड़ा झटका है.