करमा महोत्सव में मांदर की थाप पर जम कर थिरके जिला पंचायत वअध्यक्ष प्रतिनिधि शिवभजन सिंह मराबी.. देखें वीडियो
सुरजपुर।जिला अध्यक्ष प्रतिनिधि शिवभजन सिंह मराबी प्रतापपुर क्षेत्र के अपने निवास बरपटिया में करमा महोत्सव में शरीक होने पहुंचे । कार्यक्रम में उन्होंने कर्मा नर्तक दलों के संग पारंपरिक नृत्य का आनंद लिया और मांदर की थाप पर खुद को थिरकने से रोक नही पाये और वे भी मांदर लेकर मैदान में कूद पड़े और करमा गीतों की धुन पर जमकर थिरके। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष प्रतिनिधि ने क्षेत्रवासियों को करमा पर्व की बधाई दी। उन्होंने कहा कि करमा त्यौहार छत्तीसगढ़ के आदिवासी संस्कृति व कला की विरासत है, इसे हमें बचाए रखना है। यही हमारी मूल पहचान है। साथ ही कहा कि हमारी संस्कृति और परम्परा कहीं न कहीं प्रकृति से जुड़ी हुई है। आदिवासी समाज प्रकृति का संरक्षण करते हैं,दोहन नहीं।
प्रतापपुर क्षेत्र में भी हर वर्ष करमा महोत्सव का आयोजन धूमधाम से किया जाता है ,लेकिन इस वर्ष वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप से करमा का रौनक पिछले वर्ष के भांति नहीं दिखा । करमा पर्व छत्तीसगढ़ में बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है और यह छत्तीसगढ़ का प्रमुख त्यौहार है। हमारे पूर्वजों ने करमा पर्व को अनादि काल से ही मानकर आज भी इस परंपरा को जीवित रखा है । पूरे छत्तीसगढ़ में यह त्यौहार अलग -अलग ढंग से मनाया जाता है । सरगुजा संभाग आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है यहाँ पर आदिवासी सहित अन्य जाती के लोग भी इस पूजा को धूमधाम से मनाते हैं । करमा त्यौहार करम देवता की पूजा कर मनाया जाता है ,जिसमे सभी वर्ग के ग्रामीण लोग शामिल होते हैं साथ ही पुरूष और महिलाएं मांदर की थाप पर करमा खेलते हैं जो काफी मनमोहक होता है ।