निविदा का विरोध सस्ती राजनीति का हिस्सा.. पूरी तरह पारदर्शी और नियमों के अनुरूप है निविदा: मंजू गोयल….हर प्रकार की जांच को तैयार.. लेकिन नगर हित में नहीं करेंगे भ्रष्टाचारियों से समझौता..
सूरजपुर। नगर पालिका द्वारा ज़ारी निविदा पूरी तरह पारदर्शी और शासन के आदेश व नियमों के अधीन है। निकाय के अधिकारियों अथवा जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों से पुष्टि किए बगैर ठेकेदारों द्वारा जल्दबाजी में आरोप लगा दिया गया है जो पूरी तरह से निराधार और निकाय को बदनाम करने की साजिश भरा कृत्य है।
इस संबंध में नगर पालिका परिषद में लोक निर्माण विभाग की सभापति एवं पार्षद मंजूलता गोयल ने एक बयान जारी कर बताया कि नगर हित के विपरीत अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को पूर्ण करने में विफल कुछ लोग झूठी शिकायत कर नगर पालिका को बदनाम करने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं। नगर पालिका के द्वारा जारी निविदाएं पूरी तरह से पारदर्शी और नियम के अनुरूप है राज्य शासन के आदेशों और निर्देशों का अक्षरश पालन किया जा रहा है यदि किसी ठेकेदार को कुछ आपत्ति है तो वह निविदा को लेकर मुख्य नगरपालिका अधिकारी से व्यक्तिगत रूप से भी मिल सकते थे लेकिन निविदा के संबंध में आधी अधूरी जानकारी रखकर अर्नगल झूठा समाचार प्रकाशित कराने में ज्यादा विश्वास करते हैं उन्हें ऐसा लगता है कि नगर पालिका में बैठे हुए लोग दुश्मन हैं। लेकिन वास्तव में षडयंत्र पूर्वक केवल निकाय को बदनाम करने और मीन मेख निकालकर झूठी वाहवाही लूटने वालों को सूरजपुर की जनता भली-भांति समझ चुकी है। ऐसे लोग लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को भी बरगलाकर बदनाम करने से बाज नहीं आ रहे हैं। उन्होंने राज्य शासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों की प्रतिलिपि भी दिखाई और कहा कि हम जांच के लिए तैयार हैं लेकिन नगर विकास में किसी प्रकार का समझौता स्वीकार नहीं है।