अपमान की राजनीति का नया अध्याय प्रधानमंत्री मोदी को ‘मां की गाली’ से AI वीडियो तक, कहां जा रही है देश की राजनीतिक सुचिता ?

अमित श्रीवास्तव ।भारतीय राजनीति का स्तर लगातार गिरता जा रहा है और अब यह मर्यादा की सारी सीमाएं लांघ चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘मां की गाली’ देने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि एक AI-जनरेटेड वीडियो न सियासी माहौल में जहर घोल दिया गया है। इस वीडियो में पीएम मोदी और उनकी दिवंगत मां स्वर्गीय हीराबेन को दिखाया गया है, जिस पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
अपमान की राजनीति का नया हथियार: AI वीडियो
बिहार चुनाव के बीच, कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर एक AI वीडियो पोस्ट किया है जिसमें प्रधानमंत्री की मां हीराबेन को यह कहते हुए दिखाया गया है कि उनके नाम पर राजनीति की जा रही है और उन्हें नोटबंदी की लाइनों में खड़ा किया गया था। बीजेपी ने इसे प्रधानमंत्री और उनकी मां का अपमान बताते हुए कांग्रेस पर ‘गालियों’ की राजनीति करने का आरोप लगाया है।
बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने कहा, “यह अब गांधी की कांग्रेस नहीं, यह गालियों की कांग्रेस बन गई है।”
वहीं, पूर्व मंत्री शाहनवाज हुसैन ने इस हरकत को शर्मनाक बताया और कांग्रेस से सार्वजनिक माफी की मांग की।
‘मां की गाली’ का वो पुराना विवाद
कुछ समय पहले ही, बिहार में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की मां को लेकर अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया था। एक मंच से पीएम मोदी की मां के लिए आपत्तिजनक शब्द कहे गए थे। इस घटना पर खुद प्रधानमंत्री ने दुख व्यक्त करते हुए कहा था कि उनकी मां का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है और इस तरह की ‘घिनौनी गालियाँ’ देना बेहद दुखद और मानसिक रूप से व्यथित करने वाला है।
कहाँ जा रही है देश की राजनीतिक सुचिता?
ये घटनाएं सिर्फ राजनीतिक आलोचना नहीं हैं, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों और आपसी सम्मान के खिलाफ हैं। राजनीतिक विरोधियों के परिवारों, खासकर दिवंगत माताओं को निशाना बनाना, भारतीय राजनीति की गिरती हुई नैतिकता को दिखाता है। सवाल यह है कि क्या चुनाव जीतने के लिए अब इस तरह के व्यक्तिगत हमलों का सहारा लिया जाएगा?
और क्या हमारी राजनीतिक सुचिता अब पूरी तरह से खत्म हो चुकी है?





