जादुई कलश के नाम पर ग्रामीणों से करोड़ों की ठगी करने वाले 4 जालसाज गिरफ्तार, 2 अभी भी फरार

जशपुर: जादुई कलश के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। जशपुर पुलिस ने इस मामले में 4 जालसाजों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने हजारों लोगों से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की थी। पुलिस ने आरोपियों के पास से ₹13 लाख की संपत्ति, जिसमें एक कार और मोबाइल फोन शामिल हैं, भी जब्त की है।
क्या है मामला?
यह पूरा मामला तब सामने आया जब 7 सितंबर, 2025 को चिड़ौरा गांव की रहने वाली अमृता बाई ने पत्थलगांव थाने में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि साल 2021 में उन्हें आर.पी. ग्रुप नाम की एक कंपनी के बारे में पता चला। इस कंपनी के मुख्य संचालक राजेंद्र कुमार दिव्य और तुरेंद्र कुमार दिव्य उर्फ मनीष कुमार दिव्य हैं। इन्होंने अपने साथियों प्रकाश चंद्र धृतलहरे और उपेंद्र कुमार सारथी के साथ मिलकर अमृता को झांसा दिया कि कोरबा के मंडवारानी में एक जादुई कलश मिला है।
आरोपियों ने दावा किया कि इस कलश को भारत सरकार विदेशों में बेचेगी और इससे होने वाला मुनाफा कंपनी के सदस्यों को दिया जाएगा। उन्होंने हर सदस्य को ₹1 करोड़ से ₹5 करोड़ तक मिलने का लालच दिया। इसी झांसे में आकर अमृता बाई ने भी ₹25,000 की सिक्योरिटी और प्रोसेसिंग फीस जमा कर कंपनी की सदस्यता ले ली। लेकिन, कई साल बीत जाने के बाद भी उन्हें पैसा नहीं मिला और न ही आरोपियों ने उनका पैसा वापस किया।
करोड़ों की ठगी का खुलासा
प्रारंभिक जांच में पुलिस को पता चला कि आरोपियों ने सिर्फ अमृता बाई को ही नहीं, बल्कि जशपुर, सरगुजा, कोरबा, रायगढ़ और बिलासपुर जैसे कई जिलों के हजारों ग्रामीणों को निशाना बनाया था। उन्होंने हर व्यक्ति से ₹25,000 से लेकर ₹70,000 तक की रकम वसूली। अब तक की जांच में यह सामने आया है कि आरोपियों ने ₹1 करोड़ 94 लाख की ठगी की है और यह रकम और भी बढ़ सकती है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने एक विशेष टीम का गठन किया, जिसने बिलासपुर, कोरबा और सीतापुर में छापेमारी कर मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने इस मामले में जिन 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनके नाम हैं:
राजेंद्र कुमार दिव्य (46), निवासी- जोरहा डबरी, कोरबा
तुरेंद्र कुमार दिव्य उर्फ मनीष कुमार दिव्य (38), निवासी- जोरहा डबरी, कोरबा
प्रकाश चंद्र धृतलहरे (40), निवासी- गोढ़ीकला, पत्थलगांव, जशपुर
उपेंद्र कुमार सारथी (56), निवासी- लीचीरमा, सीतापुर, सरगुजा
पुलिस ने बताया कि इस गिरोह का एक और साथी महेंद्र बहादुर सिंह ठाकुर और एक अन्य आरोपी अभी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है। पुलिस ने सभी गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है।





