सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की बची परीक्षा का निर्णय आज….सरकार ने सुप्रीम कोर्ट मे बताया…बची हुई परीक्षाएं ना कराने को लेकर अभिभावक गए थे सुप्रीम कोर्ट
नई दिल्ली। सीबीएसई की दसवीं और बारहवीं की बची परीक्षाओं के मामले में सरकार बुधवार को कोई फैसला ले सकती है। तय किया जाएगा कि सीबीएसई की बची हुई परीक्षाएं रद की जाएं या उन्हें कराने का कोई वैकल्पिक तरीका निकाला जाए।
विशेषज्ञ समिति विचार विमर्श कर रही है और जल्दी फैसला ले लिया जाएगा: सालिसिटर जनरल
मंगलवार को सालिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि इस मुद्दे पर विशेषज्ञ समिति विचार विमर्श की प्रक्रिया में है और जल्दी ही कोई फैसला ले लिया जाएगा, संभव है कि 24 जून की शाम तक कोई फैसला हो जाए। कोर्ट ने सालिसिटर जनरल के इस बयान को आदेश में दर्ज करते हुए मामले की सुनवाई 25 जून तक के लिए टाल दी।
अभिभावकों ने कोरोना के चलते सीबीएसई की परीक्षाएं रद करने की मांग की
कुछ अभिभावकों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर कोरोना महामारी के चलते सीबीएसई की बारहवीं की परीक्षाएं रद करने की मांग की है। हालांकि मुद्दा दसवीं की बची परीक्षाओं का भी है। दसवीं की सीबीएसई बोर्ड की सिर्फ दिल्ली में कुछ क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों की परीक्षाएं बची हैं जहां परीक्षाओं के समय दंगा होने के कारण परीक्षाएं टाल दी गई थीं। बाद में कोरोना महामारी फैल गई और परीक्षाएं नहीं हो पायीं।
अभिभावकों की याचिका वर्चुअल कोर्ट में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये सुनी गई
मंगलवार को अभिभावकों की याचिका न्यायमूर्ति एएम खानविल्कर, दिनेश महेश्वरी और संजीव खन्ना की वर्चुअल कोर्ट में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये सुनी गई।
कोरोना के चलते बच्चों की सेहत का सवाल है ऐसे में बची परीक्षाएं रद की जानी चाहिए
याचिकाकर्ता के वकील ऋषि मल्होत्रा ने कहा कि कोरोना का संक्रमण फैला है बच्चों की सेहत का सवाल है ऐसे में बची परीक्षाएं रद की जानी चाहिए और बच्चों को प्री बोर्ड या आंतरिक आंकलन के आधार पर औसत अंक देकर पास कर दिया जाए। सुप्रीम कोर्ट ने पिछली सुनवाई पर सरकार से कहा था कि वह इस मामले में कोई निर्णय लेकर बताए।