लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 79वें स्वतंत्रता दिवस पर संबोधन: राज्य और देश की सीमाओं पर बदलती डेमोग्राफी पर चिंता, स्वदेशी का आह्वान और युवा-विकास पर जोर, लॉन्च किए ‘मिशन सुदर्शन चक्र’ और ‘प्रधानमंत्री विकसित भारत योजना’ ….

नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 79वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लगातार 12वीं बार लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया। उनका यह संबोधन कई मायनों में ऐतिहासिक रहा, जिसमें उन्होंने ‘विकसित भारत’ के संकल्प, राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक सुधारों और सामाजिक कल्याण पर ज़ोर दिया।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत में कहा, “आजादी का यह महापर्व 140 करोड़ संकल्पों का पर्व है।” उन्होंने ‘हर घर तिरंगा’ अभियान का ज़िक्र करते हुए देशवासियों की देशभक्ति की भावना की सराहना की।
ऑपरेशन सिंदूर और राष्ट्रीय सुरक्षा पर ज़ोर
पीएम मोदी ने आतंकवाद पर भारत की नई नीति को स्पष्ट करते हुए कहा, “भारत ने तय कर लिया है कि खून और पानी एक साथ नहीं बहेगा।” उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का ज़िक्र किया, जिसके तहत पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लेने के लिए भारतीय सेना ने सैकड़ों किलोमीटर अंदर जाकर आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया। उन्होंने कहा कि “न्यूक्लियर ब्लैकमेल अब नहीं सहा जाएगा।”
उन्होंने राष्ट्र की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए मिशन सुदर्शन चक्र लॉन्च करने की घोषणा की। इस मिशन के तहत, 2035 तक देश के सभी महत्वपूर्ण स्थलों को अत्याधुनिक तकनीक से सुरक्षित किया जाएगा ताकि दुश्मन के किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जा सके।
डेमोग्राफी में बदलाव और घुसपैठ पर चिंता
प्रधानमंत्री ने देश की डेमोग्राफी में हो रहे बदलाव को लेकर गंभीर चिंता जताई और इसे राष्ट्र की सुरक्षा के लिए एक बड़ा संकट बताया। उन्होंने कहा कि घुसपैठिये देश के युवाओं की रोजी-रोटी छीन रहे हैं और आदिवासियों की ज़मीन पर कब्ज़ा कर रहे हैं। इस चुनौती से निपटने के लिए उन्होंने हाई पावर डेमोग्राफी मिशन शुरू करने का फैसला किया है।
आर्थिक सुधार और कल्याणकारी योजनाएं
पीएम मोदी ने अर्थव्यवस्था में हो रहे सुधारों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज महंगाई नियंत्रण में है और भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री विकसित भारत योजना: युवाओं के लिए एक लाख करोड़ रुपये की इस नई योजना की घोषणा की गई। इसके तहत, निजी क्षेत्र में पहली नौकरी पाने वाले युवाओं को ₹15,000 की राशि दी जाएगी और रोज़गार देने वाली कंपनियों को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
नेक्स्ट जेनरेशन जीएसटी: दिवाली पर देशवासियों को तोहफा देते हुए उन्होंने अगले चरण के जीएसटी सुधारों की बात कही, जिससे एमएसएमई और अर्थव्यवस्था को बड़ा लाभ होगा।
आयकर में सुधार: 12 लाख रुपये तक की आय पर आयकर को शून्य करने के फैसले को देश के सामर्थ्य का प्रतीक बताया।
25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर: उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं को ज़मीन पर उतारने से देश के 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले हैं, जिससे एक ‘न्यू मिडिल क्लास’ का उदय हुआ है।
आत्मनिर्भरता और स्वदेशी का मंत्र
प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत को विकसित भारत का आधार बताया। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर होना सिर्फ आयात-निर्यात तक सीमित नहीं है, बल्कि यह राष्ट्र के आत्मसम्मान और सामर्थ्य से जुड़ा है। उन्होंने वोकल फॉर लोकल का मंत्र दोहराते हुए कहा कि हमें स्वदेशी का उपयोग मजबूरी में नहीं, बल्कि मजबूती के साथ करना चाहिए।
उन्होंने सेमीकंडक्टर और ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता पर ज़ोर दिया। उन्होंने बताया कि इस साल के अंत तक मेड इन इंडिया सेमीकंडक्टर चिप्स बाज़ार में आ जाएंगी। उन्होंने क्लीन एनर्जी, ग्रीन हाइड्रोजन और परमाणु ऊर्जा में निवेश बढ़ाने की बात कही।
अन्य महत्वपूर्ण घोषणाएं और संदेश
नक्सलवाद का खात्मा: उन्होंने कहा कि कभी 125 से अधिक ज़िलों में फैला नक्सलवाद अब सिर्फ 20 ज़िलों तक सीमित रह गया है।
किसानों का सम्मान: पीएम मोदी ने किसानों की मेहनत की सराहना करते हुए कहा कि भारत अनाज, दूध और दाल के उत्पादन में अग्रणी है। उन्होंने किसानों, पशुपालकों और मछुआरों के हितों की रक्षा का संकल्प लिया।
भाषा और स्वास्थ्य: उन्होंने सभी भारतीय भाषाओं को विकसित करने पर गर्व करने की बात कही और मोटापे को एक बड़ी चिंता बताते हुए स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का सुझाव दिया।
विकसित भारत का संकल्प: अपने भाषण के अंत में उन्होंने ‘पंचप्रण’ का ज़िक्र करते हुए कहा, “विकसित भारत बनाने के लिए ना हम रुकेंगे, ना हम झुकेंगे… 2047 में विकसित भारत बनाकर के रहेंगे।”





