अंबिकापुर: साइबर ठगी पर बड़ी कार्रवाई: 4 म्यूल अकाउंट धारक गिरफ्तार, 11 लाख से अधिक की ठगी का खुलासा

अंबिकापुर: सरगुजा पुलिस ने साइबर ठगी के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए दो अलग-अलग मामलों में कुल चार म्यूल अकाउंट धारकों को गिरफ्तार किया है। इन गिरफ्तारियों के साथ, विभिन्न राज्यों से जुड़े साइबर धोखाधड़ी के मामलों में कुल 11 लाख रुपये से अधिक की ठगी का खुलासा हुआ है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं।
पहले मामले में हर्षित पाण्डेय और दीपेश कुमार मिश्रा की गिरफ्तारी
गांधीनगर थाना पुलिस को भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) के समन्वय पोर्टल से प्राप्त सूची के अनुसार जानकारी मिली थी कि हर्षित पाण्डेय के सिम से जुड़े एक म्यूल अकाउंट में अलग-अलग राज्यों से साइबर धोखाधड़ी के माध्यम से लगभग 6 लाख रुपये से अधिक की रकम प्राप्त की गई थी।
जांच के दौरान पुलिस टीम ने अंबिकापुर के केदारपुर भट्टी रोड निवासी हर्षित पाण्डेय उर्फ धन्नू (28 वर्ष) को गिरफ्तार किया। पूछताछ में हर्षित ने बताया कि उसने आरोपी दीपेश कुमार मिश्रा उर्फ चुनमुन के कहने पर 30,000 रुपये नकद के बदले अपना बैंक खाता और सिम अन्य आरोपियों को दिया था। हर्षित की निशानदेही पर, भट्टी रोड केदारपुर, अंबिकापुर निवासी दीपेश कुमार मिश्रा उर्फ चुनमुन (35 वर्ष) को भी गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों आरोपियों ने घटना को अंजाम देना स्वीकार किया है। इस मामले में थाना गांधीनगर में अपराध क्रमांक 397/25 धारा 317(4), 318(4), 61(2) बी. एन. एस. के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अन्य फरार आरोपियों की तलाश कर रही है।
दूसरे मामले में रवि कुमार माझी और धीरज कुमार सिंह की गिरफ्तारी
एक अन्य मामले में, साइबर पुलिस स्टेशन नॉर्थ, नॉर्थ दिल्ली से प्राप्त ऑनलाइन शिकायत के आधार पर गांधीनगर पुलिस ने कार्रवाई की। शिकायत में एक व्यक्ति को लोन देने का झांसा देकर धोखाधड़ी करने की बात कही गई थी। जांच में पता चला कि इस ठगी में रवि कुमार माझी और धीरज कुमार सिंह के म्यूल अकाउंट का उपयोग किया गया था, जिनमें क्रमशः 25,000 रुपये और 27,380 रुपये प्राप्त हुए थे।
पुलिस टीम ने नेहरू वार्ड सत्तीपारा निवासी रवि कुमार माझी (34 वर्ष) और बीचपारा फूंदुरडिहारी थाना गांधीनगर निवासी धीरज कुमार सिंह (34 वर्ष) को गिरफ्तार किया। पूछताछ में दोनों आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने कुछ रकम के बदले अपना खाता अवैध सट्टा के लेनदेन के लिए अन्य आरोपियों को दिया था। इस मामले में भी थाना गांधीनगर में अपराध क्रमांक 397/25 धारा 317(4), 318(4), 61(2) बी. एन. एस. के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। पुलिस इस मामले में भी अन्य फरार आरोपियों का पता लगा रही है।
पुलिस टीम की सक्रियता
इन दोनों कार्रवाइयों में थाना प्रभारी गांधीनगर निरीक्षक प्रदीप जायसवाल, साइबर सेल से सहायक उप निरीक्षक अजीत मिश्रा, प्रधान आरक्षक भोजराज पासवान, प्रधान आरक्षक विकास सिन्हा, आरक्षक वीरेंद्र पैकरा, अनुज जायसवाल, जितेश साहू, मनीष सिंह, राहुल केरकेट्टा, अमनपुरी, अरविंद उपाध्याय, ऋषभ सिंह और घनश्याम देवांगन की महत्वपूर्ण भूमिका रही।




