अंबिकापुर : नौ दिनों की मेहमानी के बाद मौसी के घर से स्वस्थ होकर वापस घर लौटे श्री जगन्नाथ महाप्रभु, फूलों से सुसज्जित रथ को खींचने श्रद्धालुओं का उमड़ पड़ा सैलाब

अम्बिकापुर । मौसी गुंडिचा के घर नौ दिनों तक मेहमानी व आवाभगत के बाद महाप्रभु जगन्नाथ स्वामी आज बहन सुभद्रा, भाई बलभद्र व सूदर्शन के साथ फुलों से सुसज्जित आर्कषक रथ में सवार हो वापस घर (जगन्नाथ मंदिर) लौटे. महाप्रभु जगन्नाथ स्वामी जी के रथ को खिंचने श्रद्धालुओं में होड़ मची रही. ढोल, मंजीरे, डफली, झाल की झुड के साथ भजन कीर्तन करते श्रद्धालुओं का सैलाब भक्ति भाव में विभोर हो रथ के साथ-साथ चलता रहा. घर पहुंचने के बाद महाप्रभु ने श्रद्धालुओं को पुनः दर्शन दिये. इस अवसर पर पुजारी रश्मिनंद पंडा के सानिध्य में आलौकिक श्रृंगार, भजन, पूजन, महाआरती के साथ प्रसाद का वितरण किया गया. आयोजन को लेकर भक्ति और उल्लास का माहौल रहा. विदित हो कि देवस्नान के बाद महाप्रभु जगन्नाथ स्वामी बुखार से पीड़ित हो गये थे
और घर (मंदिर) का पट बंद कर पुजारी के द्वारा उनका विविध औषधियों से उपचार किया जा रहा था 15 दिनों के उपचार के बाद महाप्रभु स्वस्थ हुए और नेत्रोत्सव, नौयौवन दर्शन के साथ श्रद्धालुओं को दर्शन दिये और भाई, बहन व सुदर्शन के साथ रथ में सवार हो मौसी के घर नौ दिनों तक मेहमानी पर गये थे, मौसी के घर आवाभगत, दर्शन के साथ हर रोज भंडारा प्रसाद की वितरण भी किया जा रहा था. नौ दिनों के मेहमानी के बाद महाप्रभु भाई, बहन व सुदर्शन के साथ आज मौसी बाडी से होते हुए विवेकानंद चौक ,गांधी चौक ,आकाशवाणी चौक,रिंगरोड मिशन चौक ,तिवारी बिल्डिंग रोड होते हुए वापस घर लौटे. यात्रा दौरान उड़िया महाराज श्री सत्यनारायण महाराज ने प्रभु की आरती एवं अपने निवास पर भव्य भंडारा आयोजन भी किया साथ ही साथ जगह जगह भक्तों ने पूजा अर्चना किया महाप्रभु के मंदिर में आगमन पर महाआरती कर महा भण्डारे का आयोजन किया गया,इस आयोजन में उत्कल समाज एवं श्री जगन्नाथ मंदिर समिति के सदस्यों के अलावा विभिन्न समाज के श्रद्धालु बड़ी संख्या में उपस्थित रहे.







