अम्बिकापुर

सरगुजा यातायात पुलिस और ‘नवा बिहान’ ने डाइट अंबिकापुर में भावी शिक्षकों को यातायात, नशा और साइबर खतरे के विषय में किया जागरूक

अंबिकापुर, छत्तीसगढ़: सरगुजा पुलिस और ‘नवा बिहान’ नशामुक्ति जागरूकता अभियान एवं परामर्श केंद्र ने मिलकर एक महत्वपूर्ण पहल की है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री राजेश अग्रवाल के निर्देश और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमोलक सिंह ढिल्लो के नेतृत्व में, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (DIET) अंबिकापुर में भावी शिक्षकों (छात्राध्यापकों और छात्राध्यापिकाओं) के लिए एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस सत्र का मुख्य उद्देश्य उन्हें नशा, नशे की लत के दुष्प्रभाव, यातायात के प्रावधानों और बढ़ते साइबर क्राइम के खतरों से अवगत कराना था।
कार्यक्रम में, ‘नवा बिहान’ के संयोजक मंगल पाण्डेय ने नशे को एक गंभीर सामाजिक बुराई बताते हुए इसके शारीरिक, मानसिक और आर्थिक नुकसानों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि नशे की लत अक्सर आपराधिक प्रवृत्तियों और सड़क दुर्घटनाओं को बढ़ावा देती है। सरगुजा पुलिस और स्वयंसेवी संगठन मिलकर शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार जागरूकता फैला रहे हैं और पीड़ितों की काउंसलिंग भी कर रहे हैं।
यातायात पुलिस के उप निरीक्षक अभय तिवारी ने सड़क सुरक्षा के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि यातायात नियमों की अनदेखी से दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं, खासकर 18 से 35 वर्ष के युवाओं में जो अक्सर तेज रफ्तार या नशे में वाहन चलाते हैं। उन्होंने आंकड़ों के साथ युवाओं को नियमों का पालन करने की सलाह दी।
साइबर सुरक्षा के विषय पर ‘नवा बिहान’ की काउंसलर हिना खान ने साइबर क्राइम से बचाव और मोबाइल की लत के दुष्प्रभावों पर जानकारी दी। प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज की संजू बहन ने नशे के विभिन्न प्रकारों और उनसे होने वाली हानियों पर बात की, साथ ही ध्यान और मेडिटेशन को नशे की लत से मुक्ति पाने का प्रभावी तरीका बताया। आर्ट ऑफ लिविंग के वरिष्ठ समाजसेवी अजय तिवारी ने नशामुक्त जीवन के लिए योग, ध्यान, प्राणायाम, अच्छी संगति और अनुशासन के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने सभी उपस्थित छात्र-छात्राओं को “न नशा करेंगे, न नशा करने देंगे” की शपथ भी दिलाई।
‘नवा बिहान’ के समन्वयक अनिल कुमार मिश्रा ने कहा कि नशे की लत से केवल व्यक्ति ही नहीं, बल्कि पूरा राष्ट्र प्रभावित होता है। उन्होंने बताया कि अवसाद, असफलता, अति उत्साह, आलस्य, उदासीनता और साथियों के दबाव (पीयर प्रेशर) के कारण युवा अक्सर नशे का शिकार होते हैं। मिश्रा ने युवाओं को सकारात्मक सोच रखने और अपने लक्ष्यों के प्रति केंद्रित रहने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए व्याख्याता श्रीमती पुष्पा सिंह ने सरगुजा यातायात पुलिस और ‘नवा बिहान’ टीम के प्रति आभार व्यक्त किया। इस पहल को सफल बनाने में प्राचार्य के.सी. गुप्ता, तन्वी सिंह, अशोक पाण्डेय, विशालाक्षी मिश्रा, अर्चना जी, लक्ष्मी जी, रचना जी और पैकरा जी का विशेष योगदान रहा। यह कार्यक्रम भावी शिक्षकों को जागरूक कर समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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