ऑपरेशन सिंदूर

सेनाध्यक्ष को मिला आवश्यकता पड़ने पर टेरिटोरियल आर्मी बुलाने का अधिकार, धोनी और तेंदुलकर ,केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ,सचिन पायलट ,कपिल देव भी हैं हिस्सा

हिन्द शिखर । भारत सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए सेनाध्यक्ष को यह अधिकार दिया है कि वे आवश्यकता पड़ने पर टेरिटोरियल आर्मी (प्रादेशिक सेना) को बुला सकते हैं। यह निर्णय देश की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने के उद्देश्य से लिया गया है।


टेरिटोरियल आर्मी भारतीय सेना का एक अभिन्न अंग है, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के नागरिक स्वेच्छा से शामिल होते हैं। ये नागरिक, जिनमें पेशेवर और गैर-पेशेवर दोनों शामिल हैं, देश की सेवा के लिए तत्पर रहते हैं और आवश्यकता पड़ने पर नियमित सेना की सहायता करते हैं।
गौरतलब है कि कई प्रतिष्ठित हस्तियां भी टेरिटोरियल आर्मी का हिस्सा रही हैं, जो नागरिकों के बीच इस बल के महत्व और सम्मान को दर्शाता है। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी सचिन तेंदुलकर कपिल देव भी टेरिटोरियल आर्मी में मानद पदों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इसके अतिरिक्त, राजनेता केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर सचिन पायलट राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भी टेरिटोरियल आर्मी में अधिकारी हैं। इन व्यक्तियों का जुड़ाव युवाओं को देशसेवा के लिए प्रेरित करता है।
सेनाध्यक्ष को टेरिटोरियल आर्मी को बुलाने का अधिकार मिलने से अब किसी भी आंतरिक सुरक्षा चुनौती या राष्ट्रीय आवश्यकता के समय इस प्रशिक्षित और समर्पित बल का त्वरित और प्रभावी ढंग से उपयोग किया जा सकेगा। यह कदम न केवल सेना की परिचालन क्षमता को बढ़ाएगा बल्कि देश के नागरिकों की राष्ट्र सेवा में सक्रिय भागीदारी को भी प्रोत्साहित करेगा।
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, यह निर्णय देश की बदलती सुरक्षा परिस्थितियों और संभावित चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। टेरिटोरियल आर्मी पहले भी विभिन्न आपदाओं और आपातकालीन स्थितियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रही है, और अब सेनाध्यक्ष को सीधे तौर पर इसे तैनात करने का अधिकार मिलने से इसकी उपयोगिता और भी बढ़ जाएगी।

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