कोरिया

कोरिया पुलिस युवाओं को बना रही ‘पुलिस मितान’, सामाजिक सेवा और पुलिसिंग में भागीदारी का अवसर

Baikunthpur छत्तीसगढ़: कोरिया जिले के उत्साही और सामाजिक रूप से जागरूक नवयुवक एवं युवतियों के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस एक महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक अवसर लेकर आई है। पुलिस विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ पुलिस अधिनियम 2007 की धारा 37 “समुदाय संपर्क समूह” के तहत, जिले में “पुलिस मितान” के रूप में कार्य करने का आमंत्रण दिया गया है। यह अनूठी पहल युवाओं को न केवल पुलिसिंग की कार्यप्रणाली को करीब से समझने का अवसर प्रदान करती है, बल्कि उन्हें अपने समुदाय की सेवा करने और सुरक्षा व्यवस्था में सक्रिय भूमिका निभाने का भी मंच देती है।
पुलिस अधीक्षक कोरिया द्वारा चयनित पुलिस मितानों को विधिवत रूप से परिचय पत्र और प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे, जो उन्हें आधिकारिक तौर पर इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी से जोड़ेंगे। ‘पुलिस मितान’ के रूप में, युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में पुलिस के साथ मिलकर कार्य करने का अवसर मिलेगा, जिससे वे प्रत्यक्ष रूप से कानून व्यवस्था और सामाजिक कल्याण में अपना योगदान दे सकेंगे।

पुलिस मितान’ निम्नलिखित प्रमुख कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाएंगे:

यातायात नियंत्रण एवं सामुदायिक पुलिसिंग में सहयोग: वे यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने में पुलिस की सहायता करेंगे और सामुदायिक पुलिसिंग की विभिन्न गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेंगे, जिससे नागरिकों और पुलिस के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध स्थापित हो सके।
महिला सुरक्षा, बाल संरक्षण एवं साइबर जागरूकता अभियानों में भागीदारी: ‘पुलिस मितान’ महिला सुरक्षा और बाल अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने वाले अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इसके साथ ही, वे साइबर अपराधों के प्रति लोगों को जागरूक करने के प्रयासों में भी पुलिस का साथ देंगे।
* पुलिस प्रशासन के जनहित कार्यों एवं विशेष अभियानों में सहयोग: पुलिस द्वारा समय-समय पर चलाए जाने वाले जनहितकारी कार्यों और विशेष अभियानों में भी ‘पुलिस मितान’ अपना सक्रिय योगदान देंगे, जिससे इन पहलों की सफलता सुनिश्चित की जा सके।
* अमर्यादित घटनाओं की जानकारी पुलिस तक पहुंचाना: वे अपने आसपास घटित होने वाली किसी भी प्रकार की अमर्यादित या संदिग्ध घटना की सूचना त्वरित रूप से पुलिस तक पहुंचाकर कानून व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
* सोशल मीडिया पर संदिग्ध गतिविधियों की निगरानी: आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया पर होने वाली संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखना भी एक महत्वपूर्ण कार्य है, जिसमें ‘पुलिस मितान’ पुलिस की सहायता करेंगे।
* समाज और पुलिस के बीच एक सेतु की भूमिका निभाना: सबसे महत्वपूर्ण रूप से, ‘पुलिस मितान’ समाज और पुलिस के बीच एक मजबूत और विश्वसनीय कड़ी के रूप में कार्य करेंगे, जिससे दोनों के बीच संवाद और सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।
इस महत्वपूर्ण पहल में शामिल होने के लिए आवेदकों को निम्नलिखित पात्रता शर्तों को पूरा करना होगा:
* आवेदक कोरिया जिले का स्थानीय निवासी होना अनिवार्य है।
* आवेदक की आयु 18 से 35 वर्ष के मध्य होनी चाहिए, जिससे युवा ऊर्जा और अनुभव का सही मिश्रण सुनिश्चित हो सके।
* आवेदक को न्यूनतम 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए, जो एक बुनियादी शैक्षणिक योग्यता है।
* आवेदक को शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए ताकि वे सक्रिय रूप से अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर सकें।
* आवेदक का कोई आपराधिक पृष्ठभूमि नहीं होनी चाहिए, जो इस पद की संवेदनशीलता को देखते हुए आवश्यक है।
* आवेदक में समाज सेवा के प्रति गहरी रुचि होना आवश्यक है, क्योंकि यह पहल मूल रूप से समुदाय की सेवा के लिए है।
चयन प्रक्रिया पूरी तरह से निष्पक्ष और योग्यता आधारित होगी, जिसमें निम्नलिखित चरण शामिल होंगे:
* आवेदन की तिथि: इच्छुक उम्मीदवार 01 मई से 15 मई तक अपना आवेदन जमा कर सकते हैं। यह दो सप्ताह की अवधि युवाओं को आवेदन करने के लिए पर्याप्त समय प्रदान करती है।
* आवेदन प्रक्रिया: आवेदकों को अपना आवेदन अपने निकटतम पुलिस थाने से ही प्राप्त करना होगा और पूर्ण रूप से भरकर वहीं जमा करना होगा। यह प्रक्रिया स्थानीय स्तर पर युवाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करती है।
* चयन: जमा किए गए आवेदनों के आधार पर, पुलिस अधीक्षक कार्यालय द्वारा दस्तावेज सत्यापन एवं साक्षात्कार आयोजित किया जाएगा। इस प्रक्रिया के माध्यम से योग्य उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा।
चयनित ‘पुलिस मितानों’ का कार्यकाल और प्रशिक्षण इस प्रकार होगा:
* कार्यकाल: प्रारंभिक कार्यकाल 6 माह का होगा, और प्रत्येक माह उनके प्रदर्शन का पुनरीक्षण किया जाएगा। यह सुनिश्चित करेगा कि सक्रिय और प्रतिबद्ध युवा ही इस पहल का हिस्सा बने रहें।
* प्रशिक्षण: चयनित उम्मीदवारों को एक प्रारंभिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, जिसमें उन्हें कानून की बुनियादी जानकारी, आपदा प्रबंधन के तरीके और साइबर सुरक्षा के महत्वपूर्ण पहलुओं से अवगत कराया जाएगा। यह प्रशिक्षण उन्हें अपनी जिम्मेदारियों को प्रभावी ढंग से निभाने के लिए तैयार करेगा।
* सेवा की प्रकृति: यह स्पष्ट किया जाता है कि यह सेवा पूरी तरह से निःशुल्क एवं स्वैच्छिक है। इसका मुख्य उद्देश्य युवाओं को सामाजिक जिम्मेदारी और पुलिसिंग की प्रक्रिया से जोड़ना है, न कि रोजगार प्रदान करना।
इस पहल से जुड़ी कुछ विशेष और महत्वपूर्ण जानकारियां इस प्रकार हैं:
* सम्मान: उत्कृष्ट सेवा प्रदान करने वाले ‘पुलिस मितानों’ को स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस जैसे राष्ट्रीय महत्व के अवसरों पर सम्मानित किया जाएगा, जो उनके समर्पण और योगदान को Recognition देगा और उन्हें और अधिक प्रेरित करेगा।
* वित्तीय पहलू: यह स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि ‘पुलिस मितान’ को इस सेवा के लिए कोई वेतन या भत्ता प्रदान नहीं किया जाएगा। यह पूर्णतः स्वैच्छिक सेवा है।
* अनुशासन: यदि कोई ‘पुलिस मितान’ अपनी सेवा का दुरुपयोग करता पाया जाता है, तो उसकी सेवा तत्काल समाप्त कर दी जाएगी और उसके खिलाफ वैधानिक कार्यवाही भी की जा सकती है। यह नियम इस पहल की गंभीरता और जिम्मेदारी को दर्शाता है।

कोरिया पुलिस ने स्पष्ट रूप से कहा है कि यह भर्ती प्रक्रिया पूर्णतः निःशुल्क है। युवाओं को किसी भी प्रकार के वादे, लेन-देन या अनैतिक मांग से बचने की सलाह दी जाती है।
इस संबंध में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए इच्छुक व्यक्ति कार्यालय पुलिस अधीक्षक, कोरिया (छ.ग.) से संपर्क कर सकते हैं। यह पहल कोरिया जिले के युवाओं के लिए एक अद्वितीय अवसर है, जिसके माध्यम से वे न केवल पुलिस विभाग के साथ जुड़कर महत्वपूर्ण अनुभव प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि अपने समुदाय की सुरक्षा और विकास में भी सक्रिय योगदान दे सकते हैं। कोरिया पुलिस की यह पहल निश्चित रूप से युवाओं और पुलिस के बीच एक मजबूत और सहयोगात्मक संबंध स्थापित करने में मील का पत्थर साबित होगी।

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